नाक में बढ़े मांस के ऑप’रेशन के दौरान नस कटने से एक छात्र की दाहिनी आंख की रोशनी चली गई। पी’डि़त ने पहले नगर थाने में शि’कायत की। वहां मामला दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद पी’डि़त के पिता नंदकिशोर यादव ने डीएम शशांक शुभंकर और एसपी विकास वर्मन से शि’कायत की। इसके बाद मा’मला सामने आया।

बताया कि आंख, नाक, गला व कान रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएन सिंह द्वारा गलत ऑपरेशन करने के कारण आंख की नस कटने से रोशनी चली गई। जिला गोपनीय प्रशाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को मामले की जांच कर रिपोर्ट डीएम को देने का पत्र दिया। सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र ने दो सदस्यीय टीम गठित की है।

सांस लेने में हो रही थी परेशानी

कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बांकीपुर गांव निवासी नंदकिशोर राय के पुत्र राजा कुमार की नाक का मांस बढ़ गया था। सांस लेने में परेशानी हो रही थी। पीडि़त डॉ. आरएन सिंह के यहां पहुंचा। मरीज ने बताया कि डॉ. सिंह ने 11 जुलाई को क्लीनिक में ऑपरेशन किया। इसमें आंख की नस कट गई। इससे एक आंख की रोशनी खत्म हो गई। गांव के लोगों के साथ पीडि़त क्लीनिक में पहुंचा।

चिकित्सक ने मरीज का चेन्नई स्थित शंकर नेत्रालय में इलाज करवा देने की बात कही। इस पर उससे सभी कागज व पुर्जा जमा ले लिया गया। इसके बाद नया पुर्जा बनाकर दिया। जिसे चिकित्सक के कंपाउंडर के साथ चेन्नई भेजा गया। वहां जांच कराई गई। वहां के चिकित्सक ने गलत ऑपरेशन से आंख की रोशनी जाने की बात कही। बताया कि अब दाहिनी आंख में कभी रोशनी नहीं आएगी।

रेलवे की नौकरी में पास कर ली थी दो परीक्षा

पीडि़त छात्र ने बताया कि रेलवे में गुवाहाटी बोर्ड से ग्रुप डी में परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। इसमें दौड़ में भी सफलता हासिल की थी। सिर्फ मेडिकल जांच बची थी। लेकिन, गलत ऑपरेशन ने भविष्य चौपट कर दिया।

इस बारे में चिकित्सक  डॉ. आरएन सिंह ने कहा कि ऑपरेशन मेरे द्वारा नहीं किया गया था। 10-15 दिनों के बाद वह फिर इलाज कराने पहुंचा। उसकी परेशानी के बारे में जानकारी मिली। इसको लेकर पूर्व में नोटिस भेजा था। नगर थाना पुलिस ने भी मामले की जांच की थी। मरीज के सभी आरोप गलत हैं।

Input : Dainik Jagran

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