भारतीय रेलवे (Indian Railway) की तरफ से प्राइवेट ट्रेन चलाए जाने के बाद अब रेलवे स्टेशन में भी प्राइवेट प्लेयर की एंट्री होने जा रही है. इसके बाद आने वाले समय में सरकार नहीं, प्राइवेट प्लेयर ही रेलवे स्टेशन का जिम्मा संभालेंगे. यह एक बड़ा सवाल है और यह नीति आयोग की उस चिट्ठी से उठा है जिसे नीति आयोग सीईओ अमिताभ कांत ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन को लिखा है.
6 एयरपोर्ट का प्राइवेटाइजेशन किया गया
नीति आयोग ने रेलवे को चिट्ठी लिखकर रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाने के लिए जल्द ही एम्पावर्ड ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज (Empowered Group of Secretaries) बनाने का प्रस्ताव रखा है. प्रस्ताव के तहत नीति आयोग ने एयरपोर्ट प्राइवेटाइजेशन प्रक्रिया का हवाला देते हुए कहा कि हाल में जिस तरह एविएशन सेक्टर में भी ठीक इसी तरह एम्पावर्ड ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज का गठन कर 6 एयरपोर्ट का प्राइवेटाइजेशन किया गया और उन एयरपोर्ट को बेहतर बनाया गया.
400 स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने का था लक्ष्य
नीति आयोग ने रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास या बेहतर बनाने के रेलवे मंत्रालय की असफल और बेनतीजा कोशिशों पर असंतोष जताते हुए यह रास्ता सुझाया है. दरअसल रेलवे ने देश के 400 स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कई साल बीतने के बावजूद न तो स्टेशनों की कायापलट हुई और न ही लक्ष्य हासिल हुआ.
इसी को देखते हुए हाल ही में अमिताभ कांत ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से अहम मीटिंग कर इस योजना पर चर्चा की थी. इसी मीटिंग का ही नतीजा है कि अब रेलवे ने 400 नहीं बल्कि 50 रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने का लक्ष्य हाई प्रायोरिटी पर तय किया है. इसको लेकर सरकार जल्द ही एम्पावर्ड ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज का गठन कर सकती है. इस ग्रुप में नीति आयोग के सीईओ, चेयरमैन रेलवे बोर्ड, इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी, सेक्रेटरी शहरी विकास मंत्रालय हो सकते हैं.
यही नहीं, नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि रेलवे अगले कुछ सालों में पहले चरण में 150 प्राइवेट प्लेयर ऑपरेटेड ट्रेन चलाने की तैयारी कर रही है. ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज प्राइवेट प्लेयर ऑपरेटेड ट्रेन को लेकर भी जरूरी दिशा-निर्देश या गाइडलाइन्स दे सकती है.
Input : Zee News