शहर के नया टोला से सात जुलाई की शाम पांच बजे से भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। इसको लेकर तैयारियाँ जोरों पर हैं। नया टोला से 17 वर्षों से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है। यहां के अरविंद कुमार ने सर्वप्रथम पूरी से भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र की प्रतिमा और सुदर्शन चक्र लाए थे। उसके बाद से हर वर्ष भगवान की रथ यात्रा निकाली जा रही है।

2021 में कोविड महामारी के दौरान अरविंद कुमार के निधन के बाद, उनके पुत्र सिद्धार्थ शंकर ने रथ यात्रा का नेतृत्व संभाला। सिद्धार्थ शंकर ने बताया कि सात जुलाई की शाम को नया टोला से भगवान का रथ निकलेगा। भगवान की प्रतिमा को फूलों से सजाया जाएगा, और फिर रथ स्पीकर चौक, छाता चौक, कटहीपुर, पॉलिटेक्निक कॉलेज, चंद्रलोक चौक, कलमबाग चौक होते हुए नया टोला वापस आएगा।

रथ को लकड़ी का बनाया जा रहा है, जिसमें दोनों तरफ रस्सियाँ लगी रहेंगी। श्रद्धालु उस रस्सी को खींचते हुए पूरे शहर में परिक्रमा करेंगे। इस यात्रा में 350 से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे। नयाटोला में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र की प्रतिमा स्थापित की गई है, जो भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बनी हुई है।

Sharda Heritage- Marriage Hall , Banquet Hall Muzaffarpur

यात्रा की तैयारियों को लेकर पूरे शहर में उत्साह का माहौल है, और भक्तजन भगवान की रथ यात्रा में शामिल होकर अपने श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन करेंगे।

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