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तीन महीने मे जीर्णोद्धार कि थी योजना पर हवा मे रह गयी बात
मैं पार्टी के कार्यकर्ता होने के नाते बहुत दिनों से चुप था कि पार्टी का होकर पार्टी पर या मंत्री जी के कार्य योजनाओं पर सवाल उठाना शोभा नहीं देता परंतु एक पार्टी के कार्यकर्ता से पहले मैं आम जनता हूँ और उनका ही प्रतिनिधित्व करते हुए आज एक सवाल उठाना चाहता हूँ शहर के स्मार्ट सिटी बनाने का सपना क्या रातों रात पूरा हो जाएगा या लंबे समय से निर्धारित योजनाओं और शिलान्यासों पर आगे काम होगा? घनी आबादी और छोटे बड़े संस्थानों से घिरा शहर के वार्ड 29 के अंतर्गत चतुर्भुज ठाकुर मार्ग जो अपनी दयनीय स्थिति मे है और वर्षों से यहाँ के सड़क गड्ढे और जर्जर परिस्थिति से वहाँ रहने वाले और आने जाने वाले लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। बारिश के समय यह लोगों के लिए और भी परेशानी का कारण बन जाता है जबकि यही रोड केन्द्रीय नगर विकास आवास मंत्री श्री सुरेश शर्मा के आवास वाले रोड से जुड़ी हुई है।
ज्ञातव्य हो विगत एक फरवरी 2019 को ही नगर विकास आवास मंत्री सुरेश शर्मा, वार्ड पार्षद रंजू सिन्हा और अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति मे यहाँ सड़क निर्माण हेतु शिलान्यास किया गया था। उस शिलान्यास के दौरान जहां स्मार्ट सिटी की योजना के परिकल्पना को सार्थक दिशा देने की नागरिक सुविधाओं को बेहतर करने की बात कही गयी थी, जो अभी की वार्ड 29 की सड़क के परिस्थिति से कहीं भी मेल नहीं खाती है। आज अगर देखा जाए तो शिलान्यास पट्ट भी टूट कर अपने जगह से गायब होने के कगार पर है। मैं नगर आवास विकास मंत्री माननीय सुरेश शर्मा जी से यह जानना चाहता हूँ की यहाँ के लोगों को सड़क की नारकीय परिस्थिति से मुक्ति कब मिलेगी ?
क्या यह सड़क योजना सिर्फ शिलान्यास तक ही सीमित थी या दिये गए वक़्त से हर योजना मे देरी होना बिहार सरकार की नियति बन गयी है? जब मंत्री जी के खुद के क्षेत्र में जहां के गड्ढों से होकर वह सबसे ज्यादा गुजरते हैं उन्हें अपने वादे याद नहीं दिलाती तो पूरे शहर को स्मार्ट सिटी मे बदलने की परिकल्पना कहाँ तक फलीभूत होगी। जनता कब तक चुप रहेगी मंत्री जी विधान सभा चुनाव आने को हैं मंत्री जी आप ही बताए कि कब बनेगी यह अधूरी सड़क ? और कौन देगा इसका जवाब नगर निगम देगा या मंत्री जी आप देंगे या यहाँ के सांसद अजय निषाद जी देंगे यह सवाल सिर्फ मेरा नहीं बल्कि जनता का है।