आग से लड़ाई के लिए अब भी मुजफ्फरपुर अग्निशमन दस्ता के पास सभी जरूरी संसाधन नहीं हैं। 5वीं मंजिल तक अगर दस्ता अाग बुझा भी सकता है, ताे जान बचाने में सक्षम नहीं है। यूं ताे दस्ते के पास अब बड़ी व पाेर्टेबल गाड़ियां उपलब्ध हैं। 5वीं मंजिल की ऊंचाई यानी 15 मीटर तक आग बुझाने के लिए सेक्शन पाइप हैं। इन पाइप से पर्याप्त पानी आग बुझाने के लिए डाला जा सकता है। लेकिन, फंसे लोगों की जान बचाने के लिए जाल समेत कई जरूरी संसाधन नहीं हैं। 5वीं मंजिल के बाद आग लगने पर फायर स्टेशन के पास पाइप व सीढ़ी कम पड़ जाएगी। अग्निशमन अधिकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर में 5 मंजिल से ज्यादा की बिल्डिंग बायलाॅज के खिलाफ है।
अपार्टमेंट व माॅल के पास संकरे रास्ते से परेशानी और खतरा भी
अग्निशमन विभाग से जुड़े अधिकारी का साफ ताैर पर कहना है कि मुजफ्फरपुर में कई ऊंची बिल्डिंग पैरवी की बदाैलत पास हुई है। पांचवीं मंजिल तक जहां भी बिल्डिंग है, उसके चाराें तरफ 20 मीटर जगह खाली चाहिए। ताकि, अपता स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा सके। जगह नहीं रहने पर आग लगने अथवा किसी अन्य आपातकाल स्थिति में ऑप्रेशन चलाने में परेशानी हाेगी।
25 जगहों पर अग्निशमन गाड़ी में भरा जा सकता है पानी
मुजफ्फरपुर फायर स्टेशन अब 25 जगहाें से पानी ले सकता है। जिला अग्निशमन अधिकारी संताेष तिवारी ने कहा कि अग्निशमन कार्यालय के साथ पीआईआर व पानी टंकी चाैक समेत हाेटल व अस्पतालाें से संपर्क कर पानी भरने का सिस्टम लगाया गया है। दस्ते के पास बड़ी व पाेर्टेबल गाड़ियां हैं। जहां कम जगह है, वहां आग लगने पर पाेर्टेबल गाड़ी का इस्तेमाल होगा।
बड़ी बिल्डिंग बनाएं ताे इतना इंतजाम जरूर रखें
- बिल्डिंग के बगल में कम से कम 20 मीटर जगह जरूर छाेड़ें
- जगह-जगह अग्निशमन यंत्र लगाएं, जिसकी जांच कराते रहें
- बाल्टी में बालू रखवाएं, ताकि आग लगने पर फाैरन बुझा सकें
- फायर अलार्म सिस्टम हाे, ताकि आग लगे ताे सब अलर्ट हाेएं।
Input : Dainik Bhaskar