फेफड़ों के कैंसर की रोकथाम की दिशा में बड़ी कामयाबी मिली है। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि मिर्च को तीखा बनाने वाले एक कंपाउंड से इस घातक बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है। इस खोज से फेफड़ों के कैंसर के लिए नया इलाज विकसित करने का रास्ता खुल सकता है।
शोधकर्ताओं के अनुसर, कैंसर से जुड़ी ज्यादातर मौतें इस रोग के शरीर के दूसरे अंगों तक फैलने से होती हैं। कैंसर के फैलने की इस प्रक्रिया को मेटास्टेसिस कहते हैं।
अमेरिका की मार्शल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता जेमी फ्राइडमैन ने कहा, ‘फेफड़ों का कैंसर और अन्य प्रकार के कैंसर आमतौर पर शरीर के दूसरे स्थानों जैसे मस्तिष्क, लिवर और हड्डियों तक फैल जाते हैं। इससे इनका उपचार कठिन हो जाता है। हमारे अध्ययन से जाहिर होता है कि मिर्च में मिलने वाले नेचुरल कंपाउंड कैपसेसिन से फेफड़ों के कैंसर में मेटास्टेसिस से मुकाबले में मदद मिल सकती है।’
ज्यादा तीखा या मसालेदार खाना खाने से आपको सीने और पेट में जलन के साथ ही कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यदि आप हरी मिर्च का सेवन करते हैं, तो तीखे स्वाद का लुत्फ उठा सकते हैं। हरी मिर्च में कई पोषक तत्व जैसे- विटामिन ए, बी6, सी, आयरन, कॉपर, पोटेशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं। यही नहीं इसमें बीटा कैरोटीन और क्रीप्टोक्सान्थिन आदि स्वास्थ्यवर्धक चीजें भी मौजूद हैं। जानते हैं हरी मिर्च खाने से आपको क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं…
हरी मिर्च के फायदे
तीखी हरी मिर्च का सेवन सेहत और सौंदर्य दोनों के लिए फायदेमंद होता है। ये त्वचा से लेकर शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत करती हैं। रोजाना हरी मिर्च का सेवन करने से सेहत दुरुस्त रहती है। हरी मिर्च में कैप्सियासिन नामक यौगिक मौजूद होता है, जो इसे मसालेदार बनाता है। मिर्च खाने से खून साफ होता है और नसों में खून का फ्लो तेजी से होता है, जिससे चेहरे पर पिंपल्स की समस्या नहीं होती। मिर्च में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी और विटामिन ई पाया जाता है।
कैंसर का खतरा कम करती है
हरी मिर्च खाने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा कम हो जाता है। मर्दों को हरी मिर्च खानी चाहिए क्योंकि उन्हें प्रोस्टेट कैंसर का खतरा रहता है। वैज्ञनिक शोधों ने यह साबित किया है कि हरी मिर्च खाने से प्रोस्टेट की समस्या पूरी तरह खत्म हो जाती है।
एंटी एंटीऑक्सीडेंट से है भरपूर
लाल मिर्च केवल हमारी जीभ को ही संतुष्ट नहीं करती है बल्कि हमें कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी देती है। आप अपने आहार में चाहे हरी मिर्च का सेवन करें या लाल मिर्च का सेवन करें, दोनों में ही भरपूर मात्रा में एंटी एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो भरपूर खाद्य पदार्थ ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को समाप्त करने में मदद करते हैं जिससे कोशिकाएं स्वस्थ होती हैं।
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है
जिस व्यक्ति का ब्लड सर्कुलेशन जितना अच्छा होगा उसका इम्यूनिटी लेवल उतना ही मजबूत होता है। हमारे पूरे शरीर में न्यूट्रिएंट्स, इलेक्ट्रोलाइट्स, हार्मोन्स, हीट और ऑक्सीजन पहुंचाने का काम रक्त ही करता है। चाहे लाल हो या हरी मिर्च उसमें इतनी क्षमता होती है कि उसके सेवन से हमारा ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और हम स्वस्थ रहते हैं।
इम्युनिटी मजबूत होती है
मिर्च में मौजूद विटामिन सी, फ्लेवेनॉइड्स, पोटेशियम और मैंगनीज लाभदायक है। जिस व्यक्ति का इम्यून सिस्टम जितना मजबूत होगा वह उतना ही स्वस्थ रहता है। इम्यूनिटी सिस्टम यानि रोग-प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करने का काम भी ब्लड ही करता है। एक सीमित मात्रा में लाल या हरी मिर्च का सेवन करने से इम्यून सिस्टम काफी मजबूत होता है।
त्वचा
हरी मिर्च या फिर शिमला मिर्च में आकपो काफी ज्यादा विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट मिल जाएगा। एंटीऑक्सीडेंट हमारी त्वचा और सेहत के लिये बहुत अच्छा माना जाता है। मिर्च खाने से चेहरे पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ेंगी।हरी मिर्च में बहुत सारा विटामिन ई होता है जो कि त्वचा के लिये फायदेमंद प्राकृतिक तेल का प्रोडक्शन करता है। तो अगर आप तीखा खाना खाती हैं तो आपकी त्वचा अपने आप ही अच्छी हो जाएगी।
बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव
हरी मिर्च में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो कि संक्रमण को दूर रखते हैं। हरी मिर्च को खाने से आपको स्किन रोग नहीं होगा।महिलाओं में अक्सर आयरन की कमी हो जाती है लेकिन अगर आप हरी मिर्च खाने के साथ रोज खाएंगी तो आपकी यह कमी भी पूरी हो जाएगी।
आंखों की रोशनी
हरी मिर्च में कई तरह के पोषक तत्व तो मौजूद होते ही हैं। साथ ही हरी मिर्च खाने से आंखों की रोशनी भी तेज होती है। हमेशा कोशिश करें कि खाने में लाल मिर्च को शामिल करने के बजाए हरी मिर्च का इस्तेमाल करें।
दर्द कम करे, दमे, साइनस में मददगार
हरी ताजी मिर्च का एक चम्मच रस शहद में मिलाकर खाली पेट खाने से दमे के रोगी को राहत मिलती है। इस का प्रयोग दस दिनों तक करने से लाभ होगा। वहीं, हरी मिर्च खाने से गर्मी निकलती है, दो प्रभावी दर्दनिवारक का काम करती है। इसमें कैप्सेइसिन मौजूद होता है, जो नाक में रक्त प्रवाह को आसान बनाता है। इससे सर्दी और सायनस की समस्या में राहत मिलती है।
वजन घटाता है
हरी मिर्च में कैलोरीज कम होती है। यह शरीर में अतिरिक्त फैट को बर्न करने में सहायता करती है और वजन पर नियंत्रण रखने में भी सहायक होती है। मोटापे से पीड़ित लोगों में कोलैस्ट्रॉल के स्तरों को कम करने में हरी मिर्चें काफी सहायक होती हैं। हरी मिर्च में मौजूद विटामिन के ओस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है।
Input : Dainik Jagran