छपरा, 13 मई 2025 — देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले छपरा (सारण) के वीर सपूत शहीद मोहम्मद इम्तियाज को आज पूरे बिहार ने श्रद्धांजलि दी। बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर के रूप में तैनात इम्तियाज 10 मई को जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में एक आतंकी हमले के दौरान शहीद हो गए थे। मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके पैतृक गांव नारायणपुर (गरखा प्रखंड) पहुंचे और परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित कई मंत्री व अधिकारी भी उपस्थित रहे। सीएम ने शहीद के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और ग्रामीणों से मिलकर उनकी भावनाएं सुनीं। ग्रामीणों ने “शहीद इम्तियाज ज़िंदाबाद” के नारे लगाते हुए अपने वीर बेटे को सम्मान दिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छह महत्वपूर्ण घोषणाएं
शहीद परिवार के साथ कुछ पल बिताने के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ओर से छह बड़ी घोषणाएं कीं, जिससे गांववासियों की आंखें नम हो गईं:
1. सरकारी नौकरी: शहीद इम्तियाज के पुत्र को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी।
2. आर्थिक सहायता: परिवार को राज्य सरकार की ओर से ₹50 लाख की सम्मान राशि दी जाएगी।
3. सड़क का नामकरण: चिंतामनगंज पुल से रहमपुर बाजार तक की सड़क का नाम शहीद मोहम्मद इम्तियाज मार्ग रखा जाएगा।
4. शहीद द्वार: जलाल-बसंत पंचायत में गांव के प्रवेश द्वार पर “शहीद द्वार” का निर्माण कराया जाएगा।
5. स्वास्थ्य उपकेंद्र: नारायणपुर गांव में नया स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया जाएगा।
6. स्मारक निर्माण: शहीद की याद में गांव में एक स्मारक (मेमोरियल) का निर्माण भी किया जाएगा।
गांव में मातम और गर्व दोनों का माहौल
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नारायणपुर गांव में हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। हर चेहरा इम्तियाज के बलिदान पर शोकसंतप्त था, लेकिन उतना ही गर्वित भी। ग्रामीणों ने शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि दी और मुख्यमंत्री की घोषणाओं को ऐतिहासिक बताया।
शहीद मोहम्मद इम्तियाज के साहस, समर्पण और बलिदान को बिहार हमेशा याद रखेगा। मुख्यमंत्री की घोषणाएं इस बात का प्रमाण हैं कि राज्य अपने वीर जवानों के परिवारों को न केवल सम्मान देता है, बल्कि उन्हें हरसंभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध भी है।