स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि इस वर्ष राज्य में 20 हजार नर्सों की बहाली होगी। अभी 8900 नर्सों की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। इसे एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद और बहालियां होंगी। विधान परिषद में स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और समाज कल्याण विभाग के बजट पर सामान्य वाद-विवाद के बाद मंत्री मंगल पाण्डेय सरकार का उत्तर दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का काम चुनौतीपूर्ण है। हमेशा अलर्ट मोड में रहना पड़ता है। वर्ष 2005 के बाद राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हुआ है। बीते 17 वर्षों में जैसा काम हुआ वैसा आजादी के बाद से होता तो आज सूरत ही कुछ और होती। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जेनरल मेडिकल ऑफिसर के मात्र 220 पद बचे हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि विशेष डॉक्टरों के करीब 3000 पद खाली हैं पर इसकी वजह चिकित्सकों का नहीं मिलना है। जब डॉक्टर मिलेंगे तभी तो उनकी नियुक्ति होगी। कहा कि बीते तीन वर्षों में 6-7 बार डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। मंगल पाण्डेय ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य के हर क्षेत्र में काम कर रही है। लोगों को 95 तरह की दवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति पर दवा के लिए 35 रुपए सलाना खर्च किया जा रहा है। उन्होंने अस्पतालों में बेड की दिक्कत को स्वीकार करते हुए कहा कि तभी तो हम बेड बढ़ा रहे हैं। अस्पतालों में 27 हजार बेड़ का कार्य निर्माणाधीन है।