MUZAFFARPUR : मैट्रिक परीक्षा में बुधवार को एक दर्जन से अधिक छात्राएं बेहोश हो गईं। दूसरी पाली में एमएसकेबी कॉलेज केन्द्र के बाहर परीक्षा देकर निकली 10 से अधिक छात्राएं अचानक गिरने लगीं। कई छात्राओं के अचानक गिरने से अफरातफरी मच गई। अभिभावक शोर करने लगे। अभिभावकों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। कई अभिभावक खुद ही बच्चियों को लेकर सदर अस्पताल भागे तो कई ने मेडिकल पहुंचाया।
बीमार छात्राओं ने कहा कि कॉलेज में पानी पी थी। परीक्षा देने के बाद जब बाहर निकले तो चक्कर आने लगा। एक-एक कर कई लड़कियां बेहोश हो गईं। केन्द्राधीक्षक ने कहा कि केन्द्र के भीतर परीक्षा के दौरान एक बच्ची बेहोश हुई थी, जो थोड़ी देर बाद ठीक हो गई और उसने परीक्षा भी दी। केन्द्र के भीतर वही पानी सभी बच्चियां पी हैं।
नहीं मिला फूड प्वाइजनिंग का मामला सदर अस्पताल में बच्चियों का इलाज करने वाले चिकित्सक ने कहा कि सभी का टेस्ट कराया गया। किसी तरह का फूड प्वाइजनिंग नहीं मिला है। बच्चियां घबराहट की शिकार हैं। सदर अस्पताल में चार बच्चियां आई थीं। इनमें दो वापस चली गईं। दो बच्ची रात में भी रही, लेकिन इन सबकी स्थिति ठीक है। सदर अस्पताल में भर्ती छात्रा नासरीन परवीन ने कहा कि एमएसकेबी कॉलेज में हमलोगों का केन्द्र था। कॉलेज का पानी पिए थे। इसके अलावा कुछ नहीं खाया था। एक लड़की को चक्कर आने लगा। इसके बाद कई लड़कियों को चक्कर आया। बेहोश होने वाली बच्चियों में जैनब खातून, खुशी परवीन, मुसकान परवीन, मुसकान, चमन तारा समेत अन्य छात्राएं शामिल हैं। चिकित्सक ने कहा कि यह एंजाईटी डिस्ऑर्डर का केस है। उधर, तीन छात्रा मेडिकल में भी भर्ती हुईं। ये मीनापुर मदारीपुर की बच्चियां थीं। इसके साथ ही कांटी हाईस्कूल में भी एक साथ चार छात्राएं बेहोश हो गईं। लाइजियम केन्द्र पर भी एक परीक्षार्थी बेहोश हो गया।
एक साथ इतनी संख्या में छात्राओं के बेहोश होने को लेकर एसडीओ पूर्वी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। एसडीओ ने छात्राओं से मुलाकात की और चिकित्सकों से भी बात की। एसडीओ ने कहा कि चिकित्सकों के अनुसार इन बच्चों को परीक्षा का तनाव था, जिसे लेकर घबराहट के कारण बेहोश हो गईं। जहां तक केंद्र पर पानी पीने का मामला है, उसकी जांच कराई जाएगी। चिकित्सकों की देखरेख में अभी बच्चियों का इलाज चल रहा है। सभी बच्चियों की हालत स्थिर है।
Source : Hindustan