पटना स्थित आईजीआईएमएस में जल्द ही हार्ट ट्रांसप्लांट शुरू किया जायेगा। हार्ट ट्रांसप्लांट शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दो हार्ट लंग मशीन संस्थान के पास हैं इसके बाद सिर्फ कुछ और जरूरी उपकरण की जरूरत है। जिसकी व्यवस्था होते ही हार्ट ट्रांसप्लांट का काम शुरू हो जाएगा।
बता दें कि बाहर में हार्ट ट्रांसप्लांट कराने में 20 से 25 लाख रुपए तक का खर्च आता है। जबकि आईजीआईएमएस में सिर्फ पांच लाख का खर्च आएगा। संस्थान में लिवर ट्रांसप्लांट की शुरूआत हो चुकी है। एक लिवर ट्रांसप्लांट हो गया है लेकिन लिवर ट्रांसप्लांट महंगा होने से मरीज नहीं करा पाते हैं। दरअसल लिवर ट्रांसप्लांट कराने में संस्थान में कम से कम 15 लाख रुपए खर्च होते है। जबिक बाहर में 25 से 30 लाख रुपए तक का खर्च आता है।
संस्थान को राज्य सरकार किडनी ट्रांसप्लांट एवं कॉकलियर इंप्लांट के लिए अनुदान देती है। किडनी के लिए करीब 3.5 लाख रुपए और कॉकलियर इंप्लांट के लिए करीब 4 लाख रुपए का अनुदान मिलता है। इसके लिए सरकार ने सहायता राशि भी निर्धारित कर रखी है। हालांकि लिवर और हार्ट के लिए फिलहाल कोई सहायता राशि निर्धारित नहीं की गई है।
संस्थान के मेडिकल सुपरिटेंडेंट सह उप निदेशक डॉ. मनीष मंडल ने जानकारी दी कि सरकार को पत्र लिखा गया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही सरकार लिवर और हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए सहायता राशि निर्धारित करेगी। मालूम हो कि राज्य में पहली बार आईजीआईएमएस में हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा होने जा रही है। यह पहला सरकारी अस्पताल होगा जहां इसकी सुविधा मिलेगी।