पटना समेत प्रदेशभर में पछुआ के प्रवाह के बीच भारी गर्मी की स्थिति बनी हुई है। अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के 25 जिलों में लू की स्थिति रह सकती है। हालांकि 21 अप्रैल से आंशिक राहत के आसार बन रहे हैं। 20 अप्रैल के बाद पश्चिमी विक्षोभों का प्रभाव सूबे में दिख सकता है।
उससे पहले भारी गर्मी की स्थिति बनी रहेगी। रविवार को पटना, भागलपुर के सबौर और सुपौल में (हीट वेव) लू का असर देखने को मिला। इन शहरों में अधिकतम तापमान सामान्य से साढ़े चार डिग्री ऊपर रहा। मौसमविदों के अनुसार पछुआ हवा की मजबूत स्थिति और आर्द्रता में कमी आने के कारण लू जैसे हालात बने हैं। इन मौसमी प्रभाव को देखते हुए अगले चार दिनों तक प्रदेश में लू का प्रभाव बने होने का अनुमान है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से एक से चार डिग्री अधिक रहेगी। प्रदेश के दक्षिणी भागों में गर्मी का विशेष असर देखने को मिलेगा।
42.4 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी सबसे गर्म
अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के 25 जिलों में लू की स्थिति रह सकती है। पटना, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया में (हीट वेव) लू का प्रभाव बने रहने का पूर्वानुमान है। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया गया है। रविवार को 16 शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। 42.4 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं पटना के अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री ऊपर चढ़ने के साथ 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि यहां अधिकतम तापमान में मामूली कमी देखी गई। पटना में सुबह में आंशिक बादल छाये रहे, लेकिन हवा की तेजी के साथ वे ही भी दिन चढ़ते गायब हो गए।
प्रमुख शहरों के अधिकतम तापमान में वृद्धि
गया में 0.1 डिग्री, छपरा में 0.2 डिग्री, मुजफ्फरपुर में 0.8 डिग्री, मोतिहारी में दो डिग्री, वाल्मीकि नगर में चार डिग्री, सबौर में दो डिग्री, भागलपुर में 0.4 डिग्री, वैशाली में 0.1 डिग्री, सुपौल में 0.2 डिग्री, जमुई में 0.1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं पटना समेत प्रदेश के औरंगाबाद , औरंगाबाद, नवादा, भोजपुर, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, फारबिसगंज, खगड़िया के अधिकतम तापमान में आंशिक कमी दर्ज की गई।
Source : Hindustan