पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी राज्यों और नेपाल में भारी बारिश के कारण बिहार के कई जिलों में बाढ़ की आशंका गहरा रही है। बिहार में जल संसाधन विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग ने इसे लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग की ओर से भी बिहार के कई जिलों में अत्यधिक भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी गई है, जिसमें लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी अविनाश कुमार ने बिहार के 13 जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर शामिल हैं। चेतावनी में कहा गया है कि अत्यधिक बारिश से नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है, जिससे फ्लैश फ्लड (तत्काल बाढ़) की स्थिति बन सकती है।
कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने से हाई अलर्ट
कोसी नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिससे 56 साल पुराना रिकॉर्ड टूटने की आशंका जताई जा रही है। कोसी बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हैं और वर्तमान में 6.81 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होने की संभावना है। इस स्थिति को देखते हुए सुपौल जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है, जहां डीएम ने तटबंधों के भीतर रह रहे लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
गंडक नदी में भी बाढ़ का खतरा
इसी बीच, गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से गोपालगंज, सारण और बेतिया के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वाल्मीकिनगर बराज के सभी 36 फाटक खोले गए हैं और नेपाल की नारायणी नदी में 5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी डिस्चार्ज होने की वजह से यह स्थिति और गंभीर हो गई है। तटबंधों के अंदर बसे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया गया है।
फ्लैश फ्लड से निपटने की तैयारियां
पटना समेत अन्य जिलों में भी प्रशासन फ्लैश फ्लड की संभावना को देखते हुए पूरी तरह अलर्ट पर है। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने सभी संबंधित एजेंसियों को आपदा प्रबंधन के एसओपी के अनुसार तैयार रहने का निर्देश दिया है और आम जनता से भी सतर्कता बरतने की अपील की है।
किशनगंज में बाढ़ का असर
किशनगंज जिले के ठाकुरगंज और टेढ़ागाछी प्रखंडों में लगातार बारिश के कारण मैचो और कंकई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। जिला प्रशासन ने यहां भी अलर्ट जारी किया है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।