प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजयी रथ को रोकने के लिए तैयार इंडिया गठबंधन को लवेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नया दावा किया है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें वह लगातार कह रहे हैं कि उनके कारण है इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) का गठन हुआ। खड़गे ने कहा कै हि उनकी सलाह पर ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में पहली बैठक बुलाई थी। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह दावा बेबुनियाद है कि इंडिया गठबंधन उन्होंने बनाया था।
अपने सरकारी आवास 10, राजाजी मार्ग पर ‘हिन्दुस्तान’ के साथ बातचीत करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्होंने और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी पार्टियों के नेताओं को बुलाकर बातचीत की। 25-26 पार्टियों के नेताओं के साथ जब गठबंधन पर सहमति बन गई, तो यह प्रश्न आया कि पहली बैठक कहां करनी है।
खड़गे कहते हैं कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पटना में इंडिया गठबंधन की पहली बैठक करने की सलाह दी थी, क्योंकि वह सरकार में थे। इसके साथ उन्होंने दूसरी पार्टियों के नेताओं को पटना में पहली बैठक के लिए रजामंद किया, पर नीतीश कुमार बोल रहे हैं कि उन्होंने सब कुछ किया था। कांग्रेस ने कुछ नहीं किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने इशारों-इशारों में इस बात पर खुशी जताई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही इंडिया गठबंधन छोड़ दिया। खड़गे ने अपने खास अंदाज में कहा कि अच्छा हुआ है कि वह शादी से पहले ही निकल गए। शादी के बाद जाते तो बहुत नुकसान होता। ऐसे में नीतीश कुमार की गठबंधन के गठन में कोई भूमिका नहीं है।
उनसे जब पूछा गया कि- क्या प जीत सकते हैं? इसके लिए नतीजों का इंतजार करना होगा, लेकिन इसी गठबंधन की राजनीति की वजह से यूपी और बिहार में कांग्रेस को खत्म होते देखा गया है। इन राज्यों में पार्टी को मजबूत करने के लिए पार्टी कोई रणनीति बना रही है? इसके जवाब में खड़गे ने कहा- अभी नहीं हो सकता है। इस वक्त जितना हो सकता है, हम कोशिश कर रहे हैं। हम गठबंधन में हैं। गठबंधन में एक-दूसरे को जगह नहीं देंगे, तो गठबंधन कैसे चलेगा? इसके लिए हमारी पार्टी ने त्याग किया है। एक गठबंधन बनने के बाद हमारे ऊपर दूसरी पार्टियों को जगह देने की भी जिम्मेदारी थी। तय है, जितना मजबूत इंडिया गठबंधन बनेगा, उतनी दिक्कत भाजपा को होगी। हम पार्टी को कमजोर नहीं कर रहे हैं। हम इस बार कुछ कम सीट पर भी चुनाव लड़ रहे हैं, पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
Source : Hindustan