बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और चर्चित आईएएस अफसर केके पाठक पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने फोन करके गाली देने का आरोप लगाया है। डॉ अजय कुमार ने कहा है कि वो केके पाठक पर कानूनी कार्रवाई करेंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इसकी शिकायत कर एक्शन लेने की मांग करेंगे। मामला डॉक्टर अजय कुमार का एक यू-ट्यूब चैनल को 8 सितंबर, 2022 को दिए इंटरव्यू से जुड़ा है जिसमें डॉक्टर ने केके पाठक को मनोचिकित्सा के हिसाब से एक मानसिक बीमार आदमी बताया था। इसी इंटरव्यू को लेकर केके पाठक ने 25 दिसंबर को अजय कुमार को फोन करके गालियां दी।
यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ अजय कुमार ने पिछले साल एक इंटरव्यू के दौरान केके पाठक के कामकाज के तौर-तरीकों का चिकित्सकीय विश्लेषण करते हुए बताया था कि पाठक में इल्यूजन, डिल्यूजन जैसे लक्षण हैं जिसे मेडिकल साइंस में मनोचिकित्सक एक मानसिक बीमार आदमी का गुण बताते हैं। अजय कुमार ने बताया कि वो नए साल के मौके पर परिवार के साथ छुट्टियां मनाने केरल गए हुए थे जब पाठक का फोन आया। 25 दिसंबर की सुबह 10.30 बजे केके पाठक ने फोन करके पहले यह कन्फर्म किया कि उनकी बात डॉ अजय कुमार से ही हो रही है।
जब यह तय हो गया कि अजय कुमार ही फोन पर हैं तो पाठक ने इंटरव्यू पर सवाल किया और जैसे ही अजय कुमार ने कहा कि हां उन्होंने एक इंटरव्यू काफी दिन पहले दिया था तो पाठक ने गालियों की बौछार शुरू कर दी। अजय कुमार ने कहा कि वो उस वक्त परिवार के साथ बैठे थे और बच्चे ये गालियां ना सुनें इसलिए उन्होंने फौरन फोन काट दिया। अजय कुमार ने सवालिया लहजे में कहा कि एक साल पुरानी बात उन्हें 25 दिसंबर को क्यों याद आई। यदि पाठक को कोई आपत्ति थी तो उन्हें मुझे लीगल नोटिस भेज देना चाहिए था। फोन करके गाली देना सरासर गलत है। इससे हमारी प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है।
अजय कुमार ने बताया कि वह केके पाठक के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाहकार दीपक कुमार और मुख्य सचिव को पत्र लिखेंगे। इसके अलावा थाने में भी शिकायत दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार दो सप्ताह के भीतर केके पाठक पर कारवाई नहीं करती है तो वह कोर्ट की शरण में जाएंगे।
Source : Hindustan