पथ निर्माण विभाग ने अपने कार्यों में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इंजीनियरों पर सख्ती बढ़ाने का निर्णय लिया है। विभाग ने सभी इंजीनियरों से स्टाम्प पेपर पर दो शपथ पत्र प्रस्तुत करने का निर्देश जारी किया है, जिसमें उन्हें अपने निकट संबंधियों द्वारा किसी भी तरह की ठेकेदारी से दूर रहने का आश्वासन देना होगा।
निर्देशानुसार, यदि किसी इंजीनियर के परिवार का कोई सदस्य उनके कार्यक्षेत्र में संविदा या ठेका ले रहा है, तो उस इंजीनियर को संबंधित क्षेत्र, उपखंड, या प्रमंडल से हटा दिया जाएगा। इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए मुख्य अभियंता द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। यह आदेश बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, राज्य पथ विकास निगम, राष्ट्रीय उच्च पथ प्रभाग और अन्य संबंधित विभागों के सभी अभियंताओं पर लागू होगा।
उपमुख्यमंत्री और पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा की समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया था। शपथ पत्र जमा करने के बाद विभाग उसकी गहन जांच करेगा, और किसी भी अनियमितता की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।