रोजी-रोजगार के दौरान अगर विदेश में बिहार के किसी व्यक्ति की मौत होती है तो राज्य सरकार पार्थिव शरीर को बिहार में उनके घर तक लाने की व्यवस्था करेगी। इसके लिए मृतक कामगारों के परिजनों को जिला नियोजन कार्यालय में एक लिखित आवेदन देना होगा।
श्रम संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभाग के स्तर पर इसको लेकर आवश्यक तैयारी पूरी हो गयी है। हालांकि पार्थिव शरीर तभी लाया जाएगा जब मृतक के परिजन चाहेंगे। अगर परिजन मृतक का दाह-संस्कार वहीं करना चाहेंगे तो उस दिशा में भी विभाग के स्तर से सहयोग किया जाएगा। विभाग ने यह भी कहा है कि अगर कोई विदेश में रोजगार के लिए इच्छुक हैं तो वे अपना निबंधन संबंधित जिले के नियोजनालय में करा सकता है। उसकी योग्यता के अनुसार विदेशों में रिक्तियां आने पर सूचित किया जाएगा। उनके नंबर पर नियोजनालय से मैसेज भेजा जायेगा। साथ ही फोन कर बताया जायेगा कि किस जगह पर उन्हें क्या काम करना है। नौकरी के दौरान उन्हें क्या सुविधाएं व वेतन मिलेगा, इसकी भी पूरी जानकारी दी जाएगी।
फंसे मजदूरों को भी वापस लाने में करेगी सहायता
विभाग वैसे मजदूरों की सहायता भी करेगा जो विदेशों में जाकर किसी तरह से फंस गए होंगे। जिस एजेंसी के माध्यम से उन्हें विदेश भेजा गया होगा, बीच में कोई भी मजदूर काम छोड़ देश लौटना चाहेंगे, तो उन्हें वापस लाया जाएगा।
Source : Hindustan