उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के एसपी अशोक कुमार शुक्ला ने लड़कियों के घर से चले जाने पर विवादित बयान दिया है। एक संगोष्ठी में भाषण के दौरान एसपी ने कहा कि “अगर किसी की लड़की घर से जाती है तो उसमें गलती माता-पिता की है। मेरा बस चले तो मैं उसके माता-पिता को भी जेल भेज दूं।” अब इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
रामपुर जिले के एसपी अशोक कुमार शुक्ला मंगलवार (28 जून) को एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे, तभी उन्होंने यह बात कही। रामपुर पुलिस द्वारा आयोजित इस सद्भावना संगोष्ठी में पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने पहले तो जनता को सद्भावना, प्रेम, भाईचारे का पाठ पढ़ाया। फिर सद्भावना संगोष्ठी के दौरान उन्होंने महिला विरोधी बयान दे डाला।
एसपी अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि, अभी एक बड़ा तमाशा हुआ सिविल लाइन में..कोई मुस्लिम लड़की थी, किसी हिंदू लड़की के साथ जा रही थी या कोई हिंदू लड़की थी, किसी मुस्लिम लड़के के साथ जा रही थी..आप लोग देखिये समाज-परिवार में क्या हो रहा है।
यह बात खत्म ही हुई थी कि एसपी बोल बैठे कि “मैं तो उस मां-बाप को जेल भेजना चाहूंगा जो यह शिकायत लेकर आते हैं कि मेरी लड़की चली गई है।” एसपी यहीं नहीं रुके उन्होंने ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को भी नसीहत दे दी। उन्होंने कहा कि- लोग कहते हैं कि हमारी लड़की घर से चली गई है। अरे आपने पैदा करके छोड़ दिया है, किसके भरोसे छोड़ दिया है भई।
इसी भाषण के दौरान एसपी शुक्ला में यह भी कहा कि “अगर अच्छा लगे तो यह भी सुन लीजिए कि- एक दो बच्चे बहुत हैं। जिनकी अच्छे से परवरिश कर सको।” 28 जून को रामपुर में पुलिस के द्वारा आयोजित इस सद्भावना संगोष्ठी में उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई पुलिसकर्मी आप से बड़ा है तो उसे मान सम्मान दीजिए और पुलिसकर्मियों से कोई व्यक्ति बड़ा है तो उसे मान सम्मान देना पड़ेगा। हालांकि, एसपी के इस बयान के बाद वीडियो वायरल है, जिस पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
वहीं अपने बयान पर SP अशोक कुमार शुक्ला ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। SP ने कहा, “मेरी ऐसी कोई मंशा नहीं थी, न मैं ऐसा कर सकता हूं, न ही कोई और कर सकता है। मैं हमेशा ऐसे पीड़ित को अपना परिवार समझते हुए उसकी पूरी वैधानिक और प्रशासनिक मदद करता हूं और करता रहूंगा”।