नन स्टिक बर्तनों में बने खाना को खाने से लोगों को एनीमिया का खतरा रहता हैं।नन स्टिक बर्तनों में बने खाने से लोग बड़ी संख्या में एनीमिया का शिकार हो रहे हैं। वहीं लोहे के बर्तन में बना खाना एनीमिया से बचाव करता हैं।
इस जानकारी को प्रसारित करने के लिए दी मुजफ्फरपुर ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गाइनोकॉलोजिकल सोसायटी की ओर से गुरुवार को एसकेएमसीएच और माड़ीपुर स्थित होटल में जागरूकता कार्यशाला व अन्य कार्यक्रम किए जायेंगें।
सोसायटी के संस्थापक सचिव व वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रंगीला सिन्हा ने बुधवार को जूरन छपरा स्थित क्लीनिक में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. ऋषिकेश पाई की ओर से अखिल भारत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम के लिए यात्रा शुरू की गई है। यात्रा ऋषिकेश से चलकर गंगा सागर में संपन्न होगी।डॉ. पाई 22 दिसंबर को मुजफ्फरपुर आयेंगे।
मालूम हो कि नॉन स्टिक बर्तन सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी ने भी कहा था कि नॉन-स्टिक बर्तनों के अधिक उपयोग से कैंसर जैसी घातक बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है। वहीं आयरन की कमी भी हो जाती हैं।
Source : Hindustan