नई दिल्ली. मौसम विभाग (IMD) ने मानसून को लेकर आज बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि अंडमान सागर और अंडमान और निकोबार आइलैंड पर मानसून इस बार जल्दी आने वाला है. मौसम विभाग के मुताबिक 16 के आसपास मानसून Andaman Sea, Andaman Nicobar पहुंच जाएगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की भविष्यवाणी के मुताबिक मानसून 15 मई को बंगाल की दक्षिण खाड़ी के मध्य भागों में छलांग लगाते हुए श्रीलंका में दस्तक देगा. 16 मई की शाम तक दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य खाड़ी पर एक चक्रवाती तूफान आ सकता है.

जानिए आपके राज्य में कब पहुंच सकता है?
महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में, मानसून मौजूदा सामान्य तारीखों की तुलना में 3-7 दिनों की देरी से आएगा. राष्ट्रीय राजधानी के लिए, मानसून की सामान्य शुरुआत की तारीख 23 जून से 27 जून तक संशोधित की गई है. इसी तरह, मुंबई और कोलकाता के लिए 10 से 11 जून तक और चेन्नई में 1 से 4 जून तक की तारीखों को संशोधित किया गया है.

चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि प्रणाली निरंतर निगरानी में है और संबंधित राज्य सरकारों को नियमित रूप से सूचित किया जा रहा है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात मानसून की प्रगति में मदद करेगा, जो इस साल सामान्य रहने की संभावना है.

केरल में मानसून की शुरुआत 1 जून से हो सकती है. जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं की इस बार देश में चार महीने तक बारिश का मौसम रहेगा. इस वर्ष से, IMD ने 1960-2019 के आंकड़ों के आधार पर देश के कई हिस्सों के लिए मानसून की शुरुआत और वापसी की तारीखों को भी संशोधित किया है. पिछली तारीखें 1901 से 1940 के आंकड़ों पर आधारित थीं.

बदल गया है मानूसन का मिजाज
मालूम हो कि बीते कुछ वर्षों में मानूसन के आगमन और समापन का समय बदल चुका है. इसमें करीब एक सप्‍ताह का अंतर आया है. विशेष रूप से मध्‍य एवं पूर्वी भारत के हिस्‍सों में 3 से 7 दिनों की देरी से इस बार मानसून का आगमन होगा. दूसरी तरफ, उत्तर-पश्चिम भारत में पहले आगमन और देर से समापन की तारीख तय की गई है.

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