उत्तर प्रदेश ने धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। प्रदेश में राम मंदिर और रामलला का दरबार पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरा है। पर्यटन विभाग द्वारा जारी वर्ष 2024 के आंकड़ों के अनुसार, 2023 की तुलना में अयोध्या में 10.68 करोड़ अधिक पर्यटक पहुंचे। इसके साथ ही, काशी, मथुरा और प्रयागराज जैसे धार्मिक स्थलों पर भी पर्यटकों की संख्या में बड़ी वृद्धि देखी गई।
वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश में कुल 65 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जिसमें से 23 लाख विदेशी सैलानी शामिल थे। यह संख्या वर्ष 2023 की तुलना में लगभग 17 करोड़ अधिक रही। विदेशी पर्यटकों की आमद में भी इस दौरान 7 लाख की वृद्धि दर्ज की गई।
अयोध्या: श्रद्धालुओं की पहली पसंद
रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ। वर्ष 2024 में यहां 16.44 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे, जो 2023 में आए 5.75 करोड़ पर्यटकों की तुलना में तीन गुना से अधिक है।
काशी, मथुरा और प्रयागराज में वृद्धि
काशी में 2024 के दौरान 11.09 करोड़ पर्यटक पहुंचे, जो 2023 में आए 10.18 करोड़ श्रद्धालुओं से 82 लाख अधिक हैं। मथुरा में इस वर्ष 9.08 करोड़ श्रद्धालु आए, जिसमें 2023 की तुलना में 1.21 करोड़ की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, प्रयागराज में 2024 में 5.12 करोड़ पर्यटक पहुंचे, जो पिछले साल से 5.91 लाख अधिक रहे।
विदेशी पर्यटकों के लिए आगरा सबसे लोकप्रिय
विदेशी सैलानियों के आगमन के मामले में आगरा शीर्ष पर रहा, जहां 2024 में कुल 1.77 करोड़ पर्यटक आए, जिनमें 14.65 लाख विदेशी शामिल थे। वाराणसी, मथुरा और कुशीनगर भी विदेशी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों की व्यापक संभावनाएं हैं, जिन्हें विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का लक्ष्य रखा गया है।