राजस्थान के उदयपुर में असामाजिक तत्वों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मूर्ति को तोड़कर फेंक दिया और उसकी जगह वहां देवी मां की मूर्ति स्थापित कर दी. घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया. असामाजिक तत्वों की ओर से तोड़ी गई पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की यह मूर्ति कई वर्षों से स्थापित थी. इसकी सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां से माताजी की मूर्ति को हटाकर उद्यान को सील कर दिया है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है.
पुलिस के अनुसार घटना उदयपुर की मावली तहसील के घासा थाना इलाके के रख्यावल गांव में हुई. वहां के संजय उद्यान में वर्ष 1985 में हनुमान प्रसाद प्रभाकर द्वारा इंदिरा गांधी की मूर्ति को स्थापित किया गया था. उसके बाद हर वर्ष संजय उद्यान में इंदिरा गांधी एकता मेले का आयोजन भी किया जाता है. शुक्रवार रात अज्ञात बदमाशों ने इस मूर्ति को तोड़कर फेंक दिया और उसके नीचे लगे शीला पट्ट को भी मिटाने की कोशिश की.
उदयपुर पुलिस ने सील किया उद्यान
असामाजिक तत्वों ने इंदिरा गांधी की मूर्ति की जगह वहां माताजी की मूर्ति की स्थापित कर दी. माताजी की जो मूर्ति वहां स्थापित की गई है वह हाल ही में नवरात्रि के दौरान विसर्जित की गई थी. शनिवार को सुबह जैसे ही इसकी सूचना गांव के पूर्व सरपंच तुलसीराम डांगी को हुई वे तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने कांग्रेस के अन्य जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दी. बाद में पुलिस को सूचित किया गया. इस दौरान वहां ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया. सूचना मिलते ही घासा थाना पुलिस भी मौके पर आई और संजय उद्यान को सील कर दिया.
आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और मूर्ति वापस लगाने की मांग
उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. विकास शर्मा का कहना है कि पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है. इंदिरा गांधी की मूर्ति को तोड़कर लगाई गई दूसरी मूर्ति को हटा दिया गया है. जल्द ही पूर्व की तरह ही फिर से इंदिरा गांधी की मूर्ति संजय उद्यान में लगा दी जाएगी. गांव के पूर्व सरपंच तुलसीराम डांगी और ग्रामीणों की भी यही मांग है कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो और इंदिरा गांधी की मूर्ति सम्मान सहित पुनः संजय उद्यान में लगाई जाए.