CM नीतीश कुमार ने छपरा में बिहार के 21वें मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का उद्घाटन किया। इस परियोजना पर कुल 655 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके साथ ही राज्य में 13 सरकारी और 8 निजी मेडिकल कॉलेज हो गए हैं। मुख्यमंत्री अपनी ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान सारण जिले में थे, जहां उन्होंने 985 करोड़ की लागत से तैयार 52 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि 2005 से पहले राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की स्थिति बेहद खराब थी। लोग शाम के बाद घर से बाहर निकलने से डरते थे। अब बिहार में डर का माहौल खत्म हो चुका है और चौतरफा विकास हो रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार के सहयोग की भी सराहना करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें मंत्री और मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया था।
मुख्यमंत्री ने डोरीगंज बाजार से बिशुनपुरा तक बनने वाले एलिवेटेड रोड सहित कई सड़क परियोजनाओं का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को समय सीमा के अंदर काम पूरा करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कई सरकारी योजनाओं जैसे सतत जीविकोपार्जन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, आयुष्मान योजना आदि के लाभार्थियों को चेक प्रदान किए।
महत्वपूर्ण घोषणाएं
• बाबा हरिहरनाथ मंदिर क्षेत्र का समग्र विकास
• एनएच 19 से नखास क्षेत्र तक सड़क चौड़ीकरण
• डोरीगंज से विशुनपुरा तक एलिवेटेड रोड का निर्माण
• छपरा सेक्शन रोड, एकमा-मशरख रोड और अन्य सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने का प्रस्ताव
• सारण तटबंध पर 40 से 80 किमी तक डबल लेन सड़क निर्माण
• विभिन्न स्थानों पर रेल ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण
मुख्यमंत्री ने बिहार और सारण जिले में किए गए प्रमुख कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल, हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली और नाली, महिला आरक्षण, सरकारी नौकरी और रोजगार सृजन जैसी योजनाओं पर जोर दिया। इसके अलावा, कब्रिस्तान और मंदिरों की घेराबंदी, स्कूल भवनों का निर्माण और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की बेहतरी का भी उल्लेख किया।