अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ सख्ती के बीच हाल ही में 100 से अधिक भारतीय नागरिकों को देश से बाहर निकालकर भारत भेज दिया गया। अमेरिका से लौटे इन प्रवासियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें अमानवीय व्यवहार का सामना करना पड़ा और हथकड़ियों व बेड़ियों में जकड़कर वापस भेजा गया। इस घटना के सामने आने के बाद भारत सरकार ने अमेरिका के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर बताया कि अमेरिका में प्रवासियों के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर चिंता जताई गई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि अमेरिका की नीति के अनुसार 2012 से ही अवैध प्रवासियों को वापस भेजते समय हथकड़ियां लगाई जाती हैं, लेकिन भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे टालने योग्य कदम बताया है।
उन्होंने जानकारी दी कि अमेरिका में 487 भारतीयों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से 298 लोगों की जानकारी भारत को सौंपी गई है। भारत सरकार इन मामलों की समीक्षा कर रही है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि आगे से किसी भी प्रवासी के साथ दुर्व्यवहार न हो। इस मुद्दे पर विपक्ष ने संसद में हंगामा भी किया, जिससे यह मामला राजनीतिक रूप से भी गर्मा गया है।
भारत सरकार ने अमेरिकी प्रशासन को स्पष्ट संदेश दिया है कि डिपोर्ट किए जाने वाले भारतीय नागरिकों के सम्मान और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।