प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से फोन पर बात की। खुद पीएम मोदी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने लिखा कि भारत फिलिस्तीन के लोगों की मदद जारी रखेगा। साथ ही पीएम मोदी ने क्षेत्र में बिगड़ती स्थिति पर भी चिंता जाहिर की। फिलिस्तीन प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास से बात करते हुए पीएम मोदी ने अल अहली अस्पताल पर हमले को लेकर गहरा दुख जताया।

पीएम मोदी ने लिखा, “फिलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महामहिम महमूद अब्बास से बात की। गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की। हम फिलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे। क्षेत्र में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता साझा की। मैंने इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।”

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा अस्पताल पर हमले में लोगों की मौत पर बुधवार को दुख व्यक्त किया था। उन्होंने कहा कि संघर्ष में आम नागरिकों का हताहत होना गंभीर चिंता का विषय है और इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। मोदी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की दुखद मौत से गहरा सदमा लगा है। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जारी संघर्ष में आम नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’’

इससे पहले गाजा में एक अस्पताल पर हमले से वैश्विक स्तर पर रोष फैलने के बीच बृहस्पतिवार को भारत ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आह्वान किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत हताहत नागरिकों और मानवीय स्थिति को लेकर चिंतित है। इस सप्ताह अस्पताल पर हुए हमले के संबंध में सवालों पर बागची ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आग्रह करते हैं।’’ फलस्तीन मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत ने दो-राष्ट्र समाधान के लिए सीधी बातचीत के पक्ष में अपना रुख दोहराया है।

गाजा के अल अहली अरब अस्पताल में मंगलवार को हुए विस्फोट में लगभग 470 लोगों के मारे जाने की खबर है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा हुई है। फलस्तीनी अधिकारियों ने अस्पताल में विस्फोट के लिए इजराइल के हवाई हमलों को दोषी ठहराया। वहीं इजराइल ने कहा कि आतंकवादी समूह फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद द्वारा गाजा से दागे गए रॉकेट के कारण विस्फोट हुआ था।

Source : Hindustan

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