यूक्रेन के कीव में भारत के दूतावास ने भारतीयों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। सभी भारतीयों को तुरंत खारकीव छोड़ने के लिए कहा गया है। दूतावास ने ट्वीट कर कहा है कि खारकीव में सभी भारतीय नागरिकों को तत्काल सलाह। उनकी सुरक्षा के लिए उन्हें तुरंत खारकीव छोड़ना होगा। उन्हें जल्द से जल्द पेसोकिन, बबाये और बेजल्युडोवाकिया की तरफ बढ़ने केा कहा गया है। सभी परिस्थितियों में उन्हें आज शाम 6 बजे (यूक्रेनी समय) तक इन बस्तियों में पहुंचना होगा।
यूक्रेन के पूर्वी शहर खारकीव में गोलाबारी के दौरान चार लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। रूसी सीमा के पास बड़े पैमाने पर रूसी भाषी शहर खारकीव की आबादी लगभग 1.4 मिलियन है। यह रूसी सेना के लिए एक लक्ष्य रहा है, मंगलवार को हमला और तेज हो गया। रूसी हवाई सैनिक खारकीव में उतरे और एक स्थानीय अस्पताल पर हमला किया। आक्रमणकारियों और यूक्रेनियनों के बीच लड़ाई जारी है।
URGENT ADVISORY TO ALL INDIAN NATIONALS IN KHARKIV.
FOR THEIR SAFETY AND SECURITY THEY MUST LEAVE KHARKIV IMMEDIATELY.
PROCEED TO PESOCHIN, BABAYE AND BEZLYUDOVKA AS SOON AS POSSIBLE.
UNDER ALL CIRCUMSTANCES THEY MUST REACH THESE SETTLEMENTS *BY 1800 HRS (UKRAINIAN TIME) TODAY*.— India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 2, 2022
यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में क्षेत्रीय पुलिस और खुफिया मुख्यालय पर हुए हमले का एक वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि एक इमारत की छत विस्फोट से उड़ गई और उसकी ऊपरी मंजिल पर आग लग गई। इस हमले से खारकीव निवासी दहशत में हैं। यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूसी पैराट्रपर्स उसके दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में उतर गए हैं। हाल के दिनों में यूक्रेन में देखी गई अधिकांश हिंसा का केंद्र खारकीव रहा है।
मंगलवार को 22 साल का नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौड़ा भारतीय छात्र खारकीव में ही उस समय गोलाबारी की चपेट में आ गया था जब वह बंकर से निकल कर खाना पानी लेने और मुद्रा बदलने गया था। भारतीय अधिकारियों ने खारकीव में फंसे भारतीयों, खासतौर पर विद्यार्थियों को निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं। एक और अज्ञात छात्र मंगलवार को खारकीव में हुई गोलाबारी में घायल हुआ।
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि यूक्रेन में मौजूदा स्थिति यह है कि कीव से भारतीयों को लगभग निकाल लिया गया है। खारकीव में भारतीय हैं जहां हवाई कार्रवाई और गोलाबारी जारी है। यह एक असाधारण स्थिति है जो 1-2 दिनों में समाप्त नहीं होगी। यह लंबे समय तक चलेगी, इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है।