पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को ग्रीन हाइड्रोजन कार से संसद पहुंचे। गडकरी जिस कार पर सवार होकर संसद पहुंचे, उसका नाम मिराई है। इसका मतलब है भविष्य। गडकरी ने कहा कि हमें ईंधन के मामले में आत्मनिर्भर बनना होगा।
3000 करोड़ रुपए से शुरू हुआ हाइड्रोजन मिशन
संसद भवन में उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि भारत सरकार ने 3,000 करोड़ रुपए से हाइड्रोजन के लिए मिशन शुरू किया है। जल्द ही हम हाइड्रोजन का निर्यात करने वाला देश बन जाएंगे। गडकरी ने कहा कि देश में अभी जहां कहीं भी कोयले का इस्तेमाल हो रहा है, वहां ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल किया जाएगा।
आत्मनिर्भर बनने के लिए मिशन हाइड्रोजन
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ईंधन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए हमने ग्रीन हाइड्रोजन का विकल्प चुना है। यह पानी से उत्पन्न होता है। गडकरी ने बताया कि जिस कार में वे आए हैं, वह एक पायलट प्रोजेक्ट है। देश में जैसे जैसे ग्रीन हाइड्रोजन का निर्माण शुरू होगा, वैसे ही हमें इसके आयात पर अंकुश लगेगा और हमारे देश में ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
आठ दिन में 5.60 रुपए लीटर बढ़े पेट्रोल के दाम
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बुधवार 30 मार्च 2022 को भी 80-80 पैसे प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हुई। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 101 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई है। पिछले 8 दिनों में पेट्रोल के दाम करीब 5.60 रुपए प्रति लीटर तक बढ़े हैं। चुनावों के दौरान चार महीने तक पेट्रोल की कीमतें स्थिर रहीं। अब एक बार फिर इनकी कीमतें बढ़ने से पेट्रोल-डीजल के दाम चर्चा में हैं।
संसद में उठ रहा पेट्रोल-डीजल की कीमतों का मुद्दा
यूपी समेत पांच राज्यों के चुनावों के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमतें चार माह से ज्यादा समय तक स्थिर रहीं। इसके बाद लगातार हो रही वृद्धि की चर्चा सड़क से संसद तक है। विपक्ष पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि को मुद्दा बनाते हुए चर्चा की मांग कर रहा है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को इस मुद्दे पर कुछ भी टिप्पणी करने से मना किया है। मोदी ने इसके लिए कल ही एक बैठक भी की थी। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच गडकरी का हाईड्रोजन कार से संसद पहुंचना भी पेट्रोल-डीजल के मुद्दे से ही जुड़ा माना जा रहा है।