चक्कर मैदान में इमरजेंसी के समय पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सभा हुई थी। उस समय भीड़ इतनी थी कि वहां पर तिल रखने की जगह भी नहीं थी। हर उम्र के लोग उनकी एक झलक पाने को बेचैन थे। अबकी तरह सुरक्षा को लेकर उतनी चिंता प्रशासन को नहीं थी। जिला और जिले से बाहर के लोग सभा में शामिल हुए।
इंदिरा गांधी की सभा का संचालन करने वाले तत्कालीन जिला कांग्रेस के अध्यक्ष वरीय स्वतंत्रता सेनानी रामसंजीवन ठाकुर बताते हैं कि इमरजेंसी के समय पूरा देश दो धारा में बंट गया था। अपनी सभा में इंदिरा जी इमरजेंसी की जरूरत, देश की आजादी व गरीब, गांव के विकास पर चर्चा करती थीं। उनका नारा था रोटी, कपड़ा और मकान। सभा के दौरान वह कार्यकर्ताओं से बातचीत करतीं और उनको संगठन व देश के प्रति उत्साहित करती थीं।
स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर कहते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी वाली बात अब के नेताओं में कहां? वे मिलने के साथ ही हालचाल व संगठन का फीडबैक लेती थीं। पुराने दिनों की बातें याद कर वह भावुक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार कांग्रेस पार्टी के दो दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.जगन्नाथ मिश्र व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामलखन सिंह यादव के बीच संगठन को लेकर कुछ मतभेद चल रहा था।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.मिश्र सरकार चला रहे थे। उनके समर्थक दूसरे खेमे के नेताओं को परेशान करते थे। शिवहर के एक कार्यकर्ता ने उनको इसके बारे मे जानकारी दी। उसके बाद वह दिल्ली चल पड़े। इंदिरा जी से मिलने का मौका मिला। देखते ही वे पहचान गईं तथा बोलीं कि कहां चले हैं ठाकुर जी…। संगठन का हालचाल लिया और उसके बाद आने का कारण पूछा। उन्होंने पूरी बात कही उसके बाद आपसी मेल-मिलाप हुआ। जिस तरह से उनका व्यवहार व बातचीत रही वह बात आज के नेताओं में कहां।
कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार मुकुल ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर मंगलवार को कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा। जिले में तीन जगह शहर के प्रियदर्शनी पार्क के साथ झपहां व जनार चौक पर उनकी प्रतिमा है। सभी जगह पर पार्टी कार्यकर्ता माल्यार्पण करेंगे। पार्टी कार्यालय में गोष्ठी और उनके योगदान पर चर्चा होगी।
Input : Dainik Jagran