आईपीएल 2022 को लेकर बड़ी खबर आ रही है. वीवो ने टाइटल स्पॉन्सरशिप से नाम वापस ले लिया है. उसकी जगह टाटा ग्रुप अगले साल से आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर होगा. आईपीएल चेयरमैन बृजेश पटेल ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में इसकी पुष्टि की है.
आईपीएल चेयरमैन बृजेश पटेल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को जानकारी दी है कि अगले साल से टाटाआईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर होगा. टाटा चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो की जगह लेगा. मंगलवार को आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में टाटा को आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर बनाया गया.
Tata Group to replace Chinese mobile manufacturer Vivo as IPL title sponsor this year: IPL Chairman Brijesh Patel to PTI
— Press Trust of India (@PTI_News) January 11, 2022
VIVO ने साल 2018 में 5 साल के लिए आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप के अधिकार 2190 करोड़ रुपए में खरीदे थे. कॉन्ट्रैक्ट के तहत वीवो को हर साल बीसीसीआई को टाइटल स्पॉन्सरशिप के रूप में 440 करोड़ रुपए देने थे. लेकिन 2020 में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद गहराने का इस कॉन्ट्रैक्ट पर भी असर पड़ा. पूर्वी लद्दाख में भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद देश में चीन की मोबाइल कंपनियों का चौतरफा विरोध शुरू हो गया.
बीसीसीआई पर वीवो से डील रद्द करने का दबाव बढ़ने लगा. इसके बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड को भारी दबाव के चलते एक साल के लिए वीवो से टाइटल डील निलंबित करनी पड़ी. उसकी जगह ड्रीम 11 प्रायोजक था. हालांकि, पिछले साल वीवो की टाइटल स्पॉन्सर के रूप में वापसी हो गई थी और बतौर टाइटल स्पॉन्सर वीवो का करार 2023 तक था. लेकिन दोनों देशों के रिश्तों में आई खटास से यह साफ हो गया था कि यह डील अब लंबी नहीं चलेगी और आज इस पर आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने मुहर भी लगा दी.
आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल से जुड़े एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि हां, हम टाटा को टाइटल स्पॉन्सर की तरह देख रहे हैं, जब से हमें यह पता चला है कि VIVO बीसीसीआई से हुआ करार खत्म करना चाहता है. हालांकि, कॉन्ट्रैक्ट में अभी 2 साल बाकी थे. ऐसे में टाटा बाकी बचे वक्त के लिए आईपीएल के मुख्य टाइटल स्पॉन्सर होगा.