जारी इंडियन प्रीमियर लीग में वीरवार को राजस्थान रॉयल्स के लेफ्टी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने जो एक बार फिर से “बड़ा विस्फोट” किया, उसकी गूंज से क्रिकेट जगत अभिभूत है. यह आप इससे समझ सकते हैं कि कमेंटेटर हर्षा भोगले ने पुरस्कार वितरण के बाद कहा, “मानो वह कोई ख्वाब देख रहे हैं”. और यह ख्वाब था यशस्वी जयसवाल (नाबाद 98 रन, 47 गेंद, 13 चौके, 5 छक्के) की वह आतिशी पारी, जिसने सभी को मदहोश सा कर दिया. इस पारी के दौरान जयसवाल आईपीएल के पिछले करीब 15 साल के इतिहास में सबसे तेज अर्द्धशतक ज़ड़ने वाले बल्लेबाज बन गए. जयसवाल ने सिर्फ 13 गेंदों पर अर्द्धशतक जड़ते हुए केएल राहुल को पीछे छोड़ दिया, लेकिन जब उनकी नाबाद 98 रन की पारी खत्म हुई, तो वह ऐसे इतिहास रचने की ओर चल पड़े हैं, जिसकी चर्चा अभी से होनी शुरू हो गयी है.
टूर्नामेंट में जारी अभी तक के सफर में जयसवाल ने 12 मैचों के बाद एक शतक और चार अर्द्धशतकों से 51.81 के औसत से 570 रन बना लिए हैं. इस स्टेज पर उनका स्ट्राइक-रेट 166.66 का है, जो सूर्यकमार यादव के बाद दूसरे नंबर का है, लेकिन यहां सबसे अहम बात यह है कि वह फिलहाल जारी संस्करण में फैफ डु प्लेसी के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं.
फैफ (576) यशस्वी जयसवाल से सिर्फ छह रन से ही आगे हैं. ऐसे में अब नजरें इस बात पर हो चली हैं कि क्या जयसवाल टूर्नामेंट का समापन सर्वश्रेष्ठ स्कोरर के रूप में कर पाएंगे. और अगर यशस्वी ऐसा कर देते हैं, तो वह एक और बड़ा कारनामा कर देंगे. और यह कारनामा होगा बतौर अनकैप्ड (बिना देश के लिए खेले) प्लेयर के रूप में आईपीएल के किसी एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने का. और अगर राजस्थान रॉयल्स का भाग्य जोर मारता है और वह प्ले-ऑफ राउंड में पहुंचता है या खिताब जीतता है, तो इससे राजस्थान को यहां से तीन लीग मुकाबलों को मिलाकरकुल छह मैच और मिलेंगे. और अगर जयसवाल का बल्ला इन छह या लीग मैचों में ऐसे ही तूफानी अंदाज में बरसता है, तो वह इस मामले में भी इतिहास रच सकते हैं.