नवादा में पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करते हुए 21 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी खुलेआम बगीचे में बैठकर ऑनलाइन ठगी को अंजाम दे रहे थे। मामला वारिसलीगंज के आजमपुर गांव का है। जहां एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसओ ने कार्रवाई की। सभी आरोपी बगीचे में फोन से उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 23 मोबाइ, जिसमे 10 एंड्रॉयड और 11 की-पैड मोबाइल बरामद किए हैं। इसके अलावा 4 नोटबुक, 256 पेज का कस्टमर डाटा भी जब्त किया है। इस छापेमारी में बड़ी संख्या में अधिकारी और पुलिस बल शामिल हुआ।
बगीचे में फोन से ऑनलाइन ठगी
बिहार के ऑनलाइन ठगी का धंधा जोरों से फल-फूल रहा है। जहां भोले-भाले लोगों को कभी नौकरी के नाम पर, कभी ज्यादा मुनाफे का लालच देकर तो कभी बैंक डिटेल्स खंगालकर लाखों की ठगी की जा रही है। नवादा में बगीचे में बैठकर एक साथ 20 से ज्यादा लोग ठगी को अंजाम देने की फिराक से जुटे थे। लेकिन सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को रंगहाथ पकड़ लिया। राजधानी पटना में ही एक ही मामला सामने आया है। जहां साइबर अपराधियों ने सीआरपीएफ जवानों के लिए दवा मांगने के नाम पर महिला डाक्टर से तीन लाख 56 हजार रुपये ठग लिए। सीआरपीएफ का अधिकारी बता ठग ने डॉक्टर से संपर्क किया था।
महिला डॉक्टर से 3.5 लाख का फ्रॉड
जानकारी के मुताबिक होम्योपैथी डॉक्टर सपना झा आशियाना नगर के रामनगरी इलाके मे रहती है। गत दिनों उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को सीआरपीएफ का बड़ा अधिकारी बताया और जवानों की दवा के नाम पर कोटेशन मांग और झांसा देकर डॉक्टर के एकाउंट से लाखों रुपए अकाउंट पर ट्रांसफर करा लिए। राजीव नगर पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।
Source : Hindustan