प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम को जापान के प्रधानमंत्री फुमियों किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लिया. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने सहित कई अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बातचीत हुई. 14वें भारत जापान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच काफी पुरानी दोस्ती है. जापानी समकक्ष से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि जापान का लक्ष्य भारत में अगल पांच वर्षों में 42 अरब डॉलर का निवेश करना है.
#WATCH Japan will invest 5 trillion Yen or Rs 3.2 lakh crores in the next five years in India, says PM Modi pic.twitter.com/IlpJQbbmAp
— ANI (@ANI) March 19, 2022
भारत जापान वार्षिक सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत और जापान के बीच आर्थिक साझेदारी में काफी प्रगति आई है. जापान भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है. पीएम ने कहा कि मौजूदा समय में भारत और जापान मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरीडोर पर मिलकर काम कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि जापान अगले 5 वर्षों में भारत में अपने निवेश को 5 ट्रिलियन येन या 3.2 लाख करोड़ तक बढ़ा देगा.
दोनों नेताओं के बीच यू्क्रेन संकट को लेकर भी बातचीत हुई. जापान के पीएम ने कहा कि दोनों देशों को ही हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए. जापान और भारत दोनों मिलकर मौजूदा युद्ध संकट को समाप्त करने की कोशिश करते रहेंगे और यूक्रेन को सहायता देते रहेंगे.
शिखर सम्मेलन के बाद पीएम ने प्रेस कॉंफ्रेंस में कहा कि भारत का मेक इन इंडिया पूरी दुनिया के लिए एक असीम संभावनाएं देता है और इसमें जापानी कंपनियां काफी लंबे समय से ब्रांड एम्बेस्डर के रूप में हमारे लिए रही हैं. पीएम ने कहा कि जापान और भारत दोनों ही देश सुरक्षित और स्थिर ऊर्जा आपूर्ति के महत्व को समझते हैं क्योंकि यह आर्थिक विकास और जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.