अरुणाचल प्रदेश में हुई एक सियासी घटना से बिहार की राजनीति में उबाल है। सत्ताधारी और विपक्षी दलों के नेताओं की तरफ से आ रहे बयानों से चर्चाओं को दौर जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को एक न्यूज चैनल से बात करते हुए आरजेडी नेता श्याम रजक ने दावा किया था कि जेडीयू के 17 विधायक हमारे संपर्क में हैं और कभी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। श्याम रजक के बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है और इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।

बुधवार को राजधानी पटना में जलाशय का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब पत्रकारों ने इस बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने इसका खंडन किया और सिरे से खारिज कर दिया। इससे पहले जेडीयू के नेताओं ने भी श्याम रजक के बयान को नकार दिया था और उनके बयान को भ्रामक व गुमराह करने वाला बताया था।

मंगलवार को टीवी चैनल से बातचीत में दिए गए बयान के बाद बुधवार को श्याम रजक ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात की। उन्होंने कहा, ’17 जेडीयू विधायक आरजेडी के संपर्क में हैं और कभी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हम दल बदल कानून का उल्लंघन नहीं करना चाहते इसलिए उन विधायकों को कह दिया है कि यदि वे 28 की संख्या में आते हैं तो उनका स्वागत है। जल्द ही उनकी संख्या 28 हो जाएगी।’

हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी ने जेडीयू के 7 में से 6 विधायकों को तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल कर लिया था। इस घटना पर जेडीयू के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की थी। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि जो कुछ भी हो रहा है, वह ठीक नहीं है। इसके बाद आरजेडी ने एक ऑफर दिया कि नीतीश कुमार को हम पीएम उम्मीदवार बनाएंगे। वे तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनाएं।

बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा कि बीजेपी द्वारा किए जा रहे अपमान के बाद अब नीतीश कुमार जी को फैसला लेना चाहिए। बिहार में महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार रहे तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दें। बदले में आरजेडी उन्हें विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने को तैयार है।

Input: Live Hindustan

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD