शिक्षा ही गरीबी से बाहर निकलने का सबसे बड़ा हथियार है. जबतक ग़रीब और दलित परिवार के बच्चों को शिक्षा नहीं दिया जायेगा तबतक समाज की ग़रीबी समाप्त नहीं हो सकती और मुजफ्फरपुर निवासी अभिषेक रंजन और उज्जवल कुमार ने इस बात को बखूबी समझा.
मुजफ्फरपुर में कन्हौली विष्णुदत्त स्थित मोहन सहनी टोला में अभिषेक रंजन और उज्जवल कुमार पिछले दो वर्षों से निःशुल्क स्कूल चला रहे है. इन दोनों दोस्तों ने अपने पैसों से गांव में स्मार्ट क्लास का निर्माण भी कराया है. गांव के बच्चों को स्मार्ट टीवी के माध्यम से ये दोनों साथी मुफ्त में आधुनिक शिक्षा दे रहे है.
फ्री स्मार्ट स्कूल चलाने और देशहित के कामों के लिये अभिषेक रंजन और उज्जवल कुमार ने जर्नलिस्ट फॉर सोशल रिफॉर्म (जे.एस.आर) नाम से संस्था भी बनाया है. अब इसी जे.एस आर के बैनर तले दोनों तक़रीबन 110 बच्चों को रोज़ाना फ्री में पढ़ा रहे है.
संस्था के तहत इन्होंने फ्री स्कूल की शुरुआत 2018 में की तबसे वहां एक नियमित शिक्षक उपलब्ध करा रोजाना बच्चों की पढ़ाई चल रही है. जिस इलाके में इन्होंने स्कूल बनाया है वह मूलतः दलित बस्ती है जहाँ बच्चों के साफ-सफाई और रहन सहन में ढ़ेरो परेशानी थी. फ्री स्कूल के माध्यम से बच्चो को सफाई का भी पाठ पढ़ाया जाता है. नियमित हाथ धोना, नहाना और नाखून सही समय पर काटने के लिये भी बच्चों को प्रेरित किया जाता है.
अभिषेक रंजन और उज्जवल ने जब कन्हौली के मोहन सहनी टोला में फ्री स्कूल की शुरुआत की थी तब वहां 20-25 बच्चें ही आते थे. अब धीरे- धीरे संख्या बढ़कर 110 बच्चों तक पहुँच गया है. स्मार्ट टीवी से पढ़ाई होने के कारण बच्चों को पढ़ने में भी अधिक मन लगने लगा है. जे.एस.आर के माध्यम से समय-समय पर बच्चों का मुफ़्त स्वास्थ जांच भी कराया जाता है और अन्य एक्स्ट्रा एक्टिविटी भी कराई जाती है.
स्कूल के संस्थापक अभिषेक रंजन और उज्जवल कुमार बताते है कि कोरोना के मद्देनजर अभी स्कूल बंद है, लेकिन खुलते ही बच्चों को मास्क और सेनिटाइजर दिया जाएगा और समाजिक अनुशासन पर विशेष बल दिया जायेगा. संस्थापक ने बताया कि जे.एस.आर फ़्री स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का पूर्व में भी स्वास्थ जांच होता रहा है अब इन चीजों पर और विशेष ध्यान दिया जाएगा.
समाज में शिक्षा का अलख जगाने के लिये इन दोनों दोस्तों का यह कदम सराहनीय है. इनसे प्रेरणा लेकर और भी लोगों को ऐसा क़दम उठा देश निर्माण मे योगदान करना चाहिए.