अक्सर यही देखा व सुना गया हैं कि एक मां अपने बच्चों के खातिर पूरी दुनिया से लड़ जाती है। लेकिन हम जो खबर आपको बताने जा रहे है उसे पढ़ कर आप हैरान हो जाएंगे। हैरान करने वाली यह खबर बिहार के कैमूर से सामने आई है। यहां एक पति अपनी पत्नी को लेकर पीछे 5 सालों से परेशान हैं। पत्नी के हाथों प्रताड़ित होने के बाद भी इस व्यक्ति के मन में अपनी पत्नी को लेकर प्रेम कम नहीं हुआ है।हालांकि उसके पत्नी की हरकतें ऐसे है कि उसे लोगों के बीच जाकर मदद की गुहार लगानी पड़ रही है।
खबर के मुताबिक बिहार के कैमूर में एक महिला अपने पति के पास से पिछले 5 साल में 35 बार भाग गई। लेकिन हर बार बेचारा पति पुलिस की मदद से पत्नी को ढूंढ लाता था। लेकिन इस बार जब उसकी पत्नी भागी तो काफी ढूंढने के बाद भी नहीं मिल पाई है। उसकी 6 महीने की बेटी हैं, जो इस अवस्था में अपनी मां से दूर है। अपनी पत्नी व बेटी के लिए परेशान पति अपने दो बच्चों के साथ पत्नी की फोटो, पोस्टर को लेकर भटक रहा है। पोस्टर पर अपना दर्द लिखते हुए उसने लिखा है कि हमारा देश आजाद है लेकिन पुरुष आजाद नहीं। इस पोस्टर का एक छोर 4 साल का बच्चा पकड़ा था तो दूसरा छोर 6 माह के बच्चे को गोद में लिए हुए भागी औरत का पति।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी शादी के बाद कई बार भाग चुकी है। लेकिन प्रशासन के सहयोग से हर बार पत्नी को ढूंढ लेता था। लेकिन इस बार उसकी पत्नी जिस दिन से भागी है,अबतक नहीं मिली है।
बता दें कि प्रताड़ित पति की पहचान जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के डहरक गांव निवासी कृष्णा मुरारी गुप्ता के रूप में हुई है।उसकी शादी 17 नवंबर 2017 को हुई थी। पहली बार उसकी पत्नी अपने बच्चों को ब्लेड मार कर साल 2018 में भागी थी। इसके बाद वह 35 बार भाग चुकी है। अखिरी बार 6 महीने पहले भागी थी।
पति ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि 6 महीने पहले उसे बेटी हुई थी। इसी की खुशी में वह बनारस गया था और जब वहां से वापस लौटा तो बेटा और दुधमुंही बच्ची को उसकी पत्नी गला दबाकर मार रही थी। जब वह दरवाजा खुलवाने लगा तो उसकी पत्नी ने कहा कि मैं इन बच्चों को मारकर तुझे फंसा दूंगी। उसने बताया कि इससे पहले कई बार उसकी पत्नी उसपर झूठा केस भी कर चुकीं है।
कृष्ण मुरारी गुप्ता ने बताया कि उन दोनो के बीच में दहेज प्रताड़ना का केस चल रहा है। वह बार-बार अपने मायके भाग जाती थी। थाना प्रभारी और एसपी के कहने पर 20 बार उसको वहां से लेकर घर आया। वह पहले मुंबई में एक हॉस्पिटल में नौकरी करता था। वहां से भी एक बार भाग कर आ गई थी। पीड़ित व्यक्ति के पास माता-पिता,भाई–बहन कोई नही है। बच्चों के देखरेख के लिए भीख मांगने पर मजबूर हैं।