दो दिन पहले कुपवाड़ा के एक दूर-दराज गांव में एक गर्भवती महिला को सेना (Indian Army) के जवानों ने घुटने तक गहरी बर्फ में दो किमी तक पहुंचाया जहां से एंबुलेंस के ज़रिए महिला को अस्पताल पहुंचाया गया. महिला ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया.
5 जनवरी को रात 11.30 फरकियां गांव के मंज़ूर अहमद शेख को जब ये पता चला कि उनकी पत्नी शबनम बेगम को दर्द होना शुरू हुआ है तो उनके पास केवल एक सहारा था और वो थी सेना.
बर्फ से सारे रास्ते बंद थे और गर्भवती (Kashmiri Pregnant Lady) पत्नी को लेकर अस्पताल जाने का उनके पास कोई रास्ता नहीं था. उन्होंने पास में करालपुरा में तैनात सेना की एक कंपनी हेडक्वार्टर से संपर्क किया.
सेना (Indian Army) के जवानों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मदद करने का फैसला किया. जवान उपलब्ध मेडिकल असिस्टेंट के साथ तुरंत शेख के घर पहुंचे और रात में ही घुटने-घुटने तक बर्फ के बीच महिला को कंधे पर उठाकर दो किमी दूर सड़क तक पहुंचाने की कार्रवाई शुरू कर दी.
इस बीच करालपुरा अस्पताल को खबर दे दी गई और उनकी एक एंबुलेंस रास्ते तक पहुंच गई. जवानों की मदद से महिला (Kashmiri Pregnant Lady) को समय पर अस्पताल पहुंचा दिया गया.
J&K: Army troops at Karalpura in Kupwara, along with battlefield nursing assistant, carried a pregnant woman from her home to the main road on a cot – walking for about 2 km amid knee-deep snow on 5th Jan. She was then taken to a hospital where she later gave birth to a boy. pic.twitter.com/95M8bCBxOQ
— ANI (@ANI) January 7, 2021
महिला ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया. बेटे के जन्म के बाद मंजूर अहमद शेख कंपनी हेडक्वार्टर में मिठाइयां बांटने पहुंचे और सेना (Indian Army) को धन्यवाद दिया.
Input: Zee News