मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बहुप्रतीक्षित तेजस एक्सप्रेस ( Mumbai-Ahmedabad Tejas Express) 17 जनवरी से दौड़ने लगेगी। यह देश की दूसरी ऐसी प्राईवेट ट्रेन (Private Train) है जो पूरी तरह से भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) द्वारा चलाई जाएगी। यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन मुंबई और अहमदाबाद के बीच संचालित होगी। IRCTC ने देश की इस दूसरी प्राइवेट ट्रेन का शिड्यूल जारी कर दिया है। इसका उद्घाटन 17 जनवरी को किया जाएगा, वहीं आम लोगों के लिए इसकी शुरूआत 19 जनवरी से होगी। देश की पहली प्राइवेट ट्रेन लखनऊ से दिल्ली के बीच चलाई जा रही है।
सफर के दौरान चोरी होने पर मुवाजा
पहली बार, आईआरसीटीसी मुंबई-अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को 25 लाख रुपये का मुफ्त बीमा दे रहा है। बीमा कवर में यात्रा के दौरान चोरी या डकैती के खिलाफ 1 लाख का बीमा बीमा भी शामिल है। खास बात ये है कि घर में सामान के इंश्योरेंस के लिए आपको कोई भी अलग से चार्ज नहीं देना होगा। बीमा के लिए IRCTC ने लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस के साथ करार किया है। वहीं आईआरसीटीसी यात्रियों की मांग पर टैक्सी हायरिंग और होटल बुकिंग की सुविधा भी बढ़ाएगा।
10 जनवरी से शुरू होगी बुकिंग
अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 82901/82902) अहमदाबाद से सुबह 6.40 बजे रवाना होगी। दोपहर लगभग 1.10 बजे ये ट्रेन मुंबई सेंटल पहुंचेगी। वापसी में इस ट्रेन को मुंबई से दोपहर 3.40 बजे चलाया जाएगा। रात 9.55 बजे ये ट्रेन वापस अहमदाबाद पहुंच जाएगी। ये ट्रेन अहमदाबाद से चलने के बाद रास्ते में नांदेड, वड़ोदरा, भरूच, सूरत, वापी और बोरीवली स्टेशनों पर रुकते हुए मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी। ट्रेन का परिचालन हफ्ते में छह दिन किया जाएगा। इसकी बुकिंग 10 जनवरी के बाद शुरू होगी। तेजस एक्सप्रेस में तत्काल टिकट की कोई सुविधा नहीं होगी।
लेट होने पर मिलेता है मुआवजा
तेजस के लेट होने पर यात्रियों को 250 रुपए तक मुआवजा मिलता है। ट्रेन 1 घंटा लेट होती है तो 100 रुपए और 2 घंटे लेट होने पर 250 रुपए रिफंड दिया जाता है। आईआरसीटीसी दिल्ली-लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों को 25 लाख रुपए का रेल यात्रा बीमा मुफ्त में उपलब्ध करा रहा है। आईआरसीटीसी ने सभी यात्रियों के मोबाइल नंबर पर एक लिंक भेजता है। इस लिंक पर क्लिक कर यात्री क्लेम के लिए दावा कर सकते हैं। दावा मिलने पर इंश्योरेंस कंपनी क्लेम का भुगतान करता है।