बिहार के दरभंगा से सांसद कीर्ति आजाद अब धनबाद से ताल ठोकेंगे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें वहां से अपना उम्मीदवार बनाया है। कीर्ति आजाद का पैतृक गांव झारखंड के गोड्डा में है। बिहार के दरभंगा में उनकी ससुराल है। कीर्ति आजाद दरभंगा से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन अंतत: महागठबंधन में कांग्रेस को यह सीट नहीं मिली। दरभंगा सीट नहीं मिलने के बाद कीर्ति आजाद के चुनाव लड़ने को लेकर कयासबाजी तेज थी। इस बीच कांग्रेस ने उन्हें धनबाद से प्रत्याशी घोषित कर कयासों पर विराम लगा दिया है।
दरभंगा सीट पर फंसा पेंच
बिहार के विपक्षी महागठबंधन में दरभंगा, मधुबनी, मुंगेर और पटना साहिब सीटों पर मामला लंबे समय तक फंसा रहा। कीर्ति आजाद के लिए कांग्रेस दरभंगा सीट चाहती थी, किंतु राजद भी यह सीट अपने वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के लिए चाहता था। राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने दरभंगा सीट पर राजद के अधिकार काे लेकर बयान भी जारी कर दिया। अंतत: यह सीट कांग्रेस को नहीं मिली।
झारखंड में पैतृक गांव, दरभंगा में ससुराल
दरभंगा से टिकट नहीं मिलने के बाद कीर्ति धनबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस से टिकट के बड़े दावेदार माने जा रहे थे। विदित हो कि कीर्ति आजाद का मूल निवास झारखंड के गोड्डा के मेहरमा थाना का कस्बा दुधीचक गांव है। बिहार के दरभंगा में उनकी ससुराल है, जहां से वे भाजपा के सांसद बने।
बकौल कीर्ति आजाद, देश में लोग उन्हें क्रिकेटर, दरभंगा से सांसद और दिल्ली से विधायक रहने के नाते जानते हैं। कम ही लोग जानते हैं कि उनका पैतृक गांव गोड्डा में है। उनके पिता भागवत झा आजाद झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। उनके पिता एकीकृत बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे थे।
धनबाद से भी रहा पुराना नाता
उन्होंने यह भी कहा कि धनबाद से उनका एक और पुराना नाता है। अविभाजित बिहार में उनके पिता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ यहीं से पदयात्रा शुरू की थी। कीर्ति धनबाद की जनता को रंगदारों से मुक्ति दिलाना चाहते हैं। कहते हैं कि धनबाद में कोयला माफिया का राज खत्म होना चाहिए। वे धनबाद में बिजली-पानी सहित वहां की मूलभूत समस्याओं का भी निदान चाहते हैं।
धनबाद में कीर्ति का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी पीएन सिंह से होगा। धनबाद लोकसभा क्षेत्र में मतदान 12 मई को है।
Input : Dainik Jagran