जबसे केके पाठक ने शिक्षा विभाग की कमान संभाली है तबसे इसमें सुधार लाने के लिए नए नए फरमान जारी कर रहे हैं। साथ ही साथ खुद कई स्कूलों में जाकर औचक निरीक्षण कर रहे हैं। जो भी शिक्षक काम में लापरवाही बरतते हुए पाए जा रहे हैं उसके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं। हालिया मामला स्कूलों से पूर्व अनुमति के गायब रहने वाले टीचरों और कर्मचारियों से जुड़ा हुआ है।
बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर पिछले 2 महीने में 6 हजार शिक्षकों का वेतन काटा गया है। जबकि 55 शिक्षकों को गैरहाजिर रहने समेत अन्य मामलों में सस्पेंड किया गया है। मालूम हो कि बीते 1 जुलाई से राज्यभर के विद्यालयों का निरीक्षण कार्य चल रहा है।
राज्य में बीते 2 महीने के अंदर 55 टीचरों को सस्पेंड किया गया है। जिसमें सबसे ज्यादा शिक्षक सीतामढ़ी जिले के हैं, जहां से करीब 26 टीचर सस्पेंड किए गए हैं जबकि बांका से 6 शिक्षक निलंबित किए गए हैं। जबकि राज्य के 24 ऐसे जिले हैं जहां से एक भी टीचर निलंबित नहीं हुए हैं।