राज्य के सभी जिलों के 534 अंचलों में जमीन के सर्वे का काम जल्द ही शुरू होने जा रहा है। फिलहाल यह सर्वे 20 जिलों के सिर्फ 89 अंचलों में ही चल रहा है, और पिछले पांच वर्षों से इस कार्य की रफ्तार बेहद धीमी रही है। इसकी मुख्य वजह सर्वे कर्मियों की कमी रही है।
हाल ही में, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने 9,888 नए कर्मियों की नियुक्ति की है, जिससे सर्वे के काम में तेजी आने की उम्मीद है। अब सभी अंचलों में सर्वे का काम शुरू करने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में नव नियोजित कर्मियों को प्रमाण-पत्र वितरण समारोह के दौरान निर्देश दिया कि सर्वे कार्य को हर हाल में 2025 तक पूरा किया जाए।
मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने भूमि सर्वे पर एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की और जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी अंचलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर इस काम को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अगले दो महीनों तक प्रत्येक सप्ताह सभी जिलों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की जाएगी और इसकी प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
सर्वे शिविरों का निर्माण
हरेक अंचल में एक सर्वे शिविर बनाना है, जिसे अंचल कार्यालय के आसपास ही स्थापित किया जाएगा ताकि लोगों को आने-जाने में कोई असुविधा न हो। इसके अलावा, 9,888 नवनियोजित विशेष सर्वेक्षण कर्मियों के योगदान और उनके प्रशिक्षण का उचित प्रबंध करने के लिए कहा गया है।
सभी सर्वेक्षण कर्मियों का प्रशिक्षण आरंभ हो गया है, जो तीन सप्ताह तक चलेगा। इसमें एक सप्ताह सैद्धांतिक और दो सप्ताह व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। कर्मियों को 75-75 के बैच में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस प्रकार, राज्य के सभी जिलों में जमीन के सर्वे का काम तेज़ी से पूरा करने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि 2025 तक सभी अंचलों में सर्वे कार्य पूर्ण हो जाए।