CM नीतीश कुमार के आदेश पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। इसे कार्यान्वित करने के लिए पूरा प्रशासनिक अमला पूरी उर्जा से लगा है। लेकिन शराब बंद नहीं हो रही। प्रशासन और पुलिस को चकमा देने के लिए शराब माफिया नया पैतरा अपना रहे हैं। निजी भवनों पर पुलिस और उत्पाद विभाग की नजर होने के बाद अब सरकारी भवनों को गोदाम बनााया जा रहा है। समस्तीपुर में दो सरकारी भवनों से 15 लाख की शराब बरामद की गई है।
समस्तीपुर में आरपीएफ की टीम ने शनिवार देर शाम रेलवे के दो क्वार्टर से भारी मात्रा में शराब बरामद की। जब्त की गयी शराब की कीमत करीब 15 लाख रुपये आंकी गयी है। धंधेबाज फरार है जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। इसमें अबतक कोई कामयाबी नहीं मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार आरपीएफ को एक रेलवे क्वार्टर में चोर के होने की सूचना मिली। चोर क पकड़ने के लिए आरपीएफ की टीम ने उसमें छापेमारी की। क्वार्टर की तलाशी में आरपीएफ की टीम उस समय दंग रह गयी जब चोर की जगह वहां से भारी मात्रा में शराब मिली। आरपीएफ ने तत्काल वहां मौजूद पूरी खेप को जब्त कर लिया। धंधेबाज के छिपे होने की आशंका पर दोनों क्वार्टर और आस पास के इलाके को खंगाला गया। लेकिन कोई नहीं मिला।
बताया गया है कि रेलवे ने उक्त मकान को जर्जर होने के कारण खतरनाक घोषित कर रखा है, जिससे उसमें कोई नही रहता है। इसका नाजायज लाभ उठा कर शराब के धंधेबाजों ने रेलवे के परित्यक्त क्वार्टर को शराब का गोदाम बना दिया। पुलिस को चकमा देने के लिए माफिया उनमें शराब रखते थे। आरपीएफ की टीम वैज्ञानिक तरीके से पूरे मामले की जांच कर रही है। धंधेबाजों की धर पकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
Source : Hindustan