पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर से ज्यादा धनवान है। महावीर मंदिर की सालाना आय 36 करोड़ रुपये, जबकि काशी विश्वनाथ का सालाना चढ़ावा 4 से 5 करोड़ रुपये ही है। इस हिसाब से महावीर मंदिर चढ़ावा के मामले में देश के कई बड़े मंदिरों से भी आगे है।
महावीर स्थान न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने शुक्रवार को बताया कि महावीर मंदिर की प्रतिदिन की आय दस लाख रुपये से ज्यादा हो गई है। कोरोना संक्रमण के दौरान इसकी आय में कमी आयी थी। लेकिन, संक्रमण की पाबंदियां खत्म होने के बाद इसमें तेजी से इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि महावीर मंदिर का वर्ष 1987 में प्रबंधन मिलने के पहले इसकी अधिकतम आय 11 हजार रुपये सालाना थी। वित्तीय अनुशासन और बेहतर प्रबंधन से आय में बढ़ोतरी हुई है। मंदिर की आय चढ़ावे की राशि, कर्मकांड शुल्क, नैवेद्यम की बचत राशि और स्वैच्छिक चंदे से प्राप्त होती है। इसके अलावा विक्रय केंद्रों की बचत राशि व बैंक ब्याज से भी आय होती है। महावीर मंदिर पांच शहरों में मंदिर का निर्माण करा रहा है। इनमें मुजफ्फरपुर में राम जानकी मंदिर, भी शामिल है।
देश के टॉप अमीर मंदिर
● आंध्र प्रदेश का तिरुपति बालाजी मंदिर सालाना 650 करोड़ दान में मिलते हैं
● महाराष्ट्र का शिरडी साईं मंदिर में हर साल 350 करोड़ का दान आता है
● वैष्णो देवी मंदिर में हर साल 500 करोड़ रुपये की आय
● मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर को दान से सालाना 125 करोड़ की आमदनी होती है।
36 करोड़ सालाना आय पटना स्थित महावीर मंदिर का
4 से पांच करोड़ सलाना आय काशी विश्वनाथ का
Source : Hindustan