संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के मामले में संसद सदस्यता गंवा चुकीं तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा अब एक नए विवाद में फंसती दिख रही हैं। जिस व्यक्ति ने कैश फॉर क्वेशच्न के आरोप लगाए थे, उसी ने फिर से महुआ मोइत्रा पर पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से अवैध निगरानी कराने का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने मंगलवार को आरोप लगाया कि टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा अपने पूर्व प्रेमी की अवैध निगरानी करवा रही हैं।

29 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद को लिखे पत्र में देहाद्राई ने कहा, ऐसी संभावना हो सकती है कि टीएमसी नेता उनके फोन नंबर का उपयोग कर उनके भौतिक स्थान को ट्रैक कर रही हैं। देहाद्राई ने पत्र में आरोप लगाया है कि मोइत्रा के पास निजी व्यक्तियों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) प्राप्त करने के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपने रसूख और संबंधों का दुरुपयोग करने का एक इतिहास रहा है।

देहाद्राई ने शिकायत में यह भी कहा कि इससे पहले, टीएमसी नेता 2019 में सुहान मुखर्जी नाम के एक व्यक्ति को ट्रैक कर रही थीं। बकौल देहाद्राई, “मोइत्रा ने मुझे पहले भी कई मौकों पर मौखिक और लिखित रूप में (26.09.2019 को व्हाट्सएप पर) सूचित किया था कि वह अपने पूर्व प्रेमी सुहान मुखर्जी पर सक्रिय रूप से नजर रख रही थीं, क्योंकि उसे उस पर एक जर्मन महिला के साथ संबंध होने का संदेह था।”

 

सुप्रीम कोर्ट के वकील देहाद्राई ने अपनी शिकायत में कुछ चैट के स्क्रीनशॉट और एक कथित सीडीआर सूची संलग्न करते हुए कहा, “मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मदद से मोइत्रा के पास उसके पूर्व-प्रेमी का संपूर्ण कॉल डिटेल रिकॉर्ड है, जिसमें उन व्यक्तियों के बारे में सटीक जानकारी है, जो उसके पूर्व-प्रेमी के संपर्क में थे और साथ ही दिन के सभी घंटों में उसके फोन की सटीक लोकेशन की भी जानकारी उसमें है।”

इधर, ताजा आरोपों और सीबीआई जांच की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तंज कसते हुए लिखा- मैं गृह मंत्रालय से आग्रह करती हूं कि भारत के सभी एक्स बॉयफ्रेंड्स की शिकायतों की जांच के लिए एक स्पेशल CBI डायरेक्टर नियुक्त किया जाए। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद महुआ ने ये पोस्ट डिलीट भी कर दिया।

बता दें कि देहाद्राई भी महुआ मोइत्रा के साथ रिलेशनशिप में रह चुके हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में लिखा है कि जब उन्होंने अपनी तत्कालीन प्रेमिका से निगरानी के बारे में पूछा था तो उन्होंने जवाब दिया था कि संसद सदस्य के रूप में उनके पास कुछ अधिकार हैं, जिसमें “किसी पर नज़र रखना” भी शामिल है। देहाद्राई ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस के कुछ आईपीएस अधिकारी उनके प्रति बाध्य हैं और इसलिए, उनकी मांग को ठुकरा नहीं सकते। वकील ने बंगाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर भी अवैध निगरानी रखने का आरोप लगाया है।

Source : Hindustan

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