चुनाव आयोग द्वारा मशहूर लोकगायिका व मिथिला की बेटी मैथिली ठाकुर को बिहार का स्टेट आईकॉन बनाया है। वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव और वर्ष 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव होना है। इसको देखते हुए बिहार के मतदाताओं को जागरूक करने के लिए आयोग ने उन्हें स्टेट आईकॉन बनाया है। बता दें कि भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत में प्रशिक्षित मैथिली ठाकुर को हाल ही में 2021 के लिए बिहार के लोक संगीत में उनके योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी के उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार के लिए भी चुना गया था।
मालूम हो कि 21 वर्षीय मैथिली ठाकुर बिहार के मधुबनी के बेनीपट्टी की रहने वाली हैं। वो बिहार की सबसे युवा स्टेट आईकॉन हैं। मैथिली ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से वर्ष 2022 में ही ग्रेजुएशन किया।
इससे पहले मैथिली ठाकुर चुनाव आयोग की मधुबनी की ब्रांड एंबेसडर रह चुकी हैं। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली मैथिली ने 600 से भी अधिक शो किए हैं। सोशल मीडिया पर वह काफी लोकप्रिय हैं। फेसबुक पर उनके 13 मिलियन,जबकि इंस्टाग्राम पर 3.2 मिलियन फॉलोअर्स हैं।
चुनाव आयोग द्वारा बिहार का स्टेट आईकॉन बनाए जाने पर मैथिली के पिता रमेश ठाकुर बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि मेरे घर में आज उत्सव का माहौल है। मैथिली के साथ ही पूरा परिवार बहुत खुश है। दिल्ली में उनके घर पर पार्टी भी आयोजित की गई है। मैथिली ने बिहार और देश के अलग-अलग हिस्सों में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी कार्यक्रम किया है। वर्ष 2021 में इंडो-जर्मन फिल्म वीक में हिस्सा लेने के लिए वो बर्लिन गई थीं।
मिथिलांचल की रहने वाली मैथिली चुनाव के दौरान मतदाताओं को बिहार की लोकभाषाओं में जागरूक करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। इससे पहले पिछले महीने ही बिहार के उद्योग विभाग ने मैथिली ठाकुर को बिहार के खादी, हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था।