काबिलियत पर विश्वास करने वाले मंजिल तक पहुंच ही जाते हैं। इसे चरितार्थ किया है कि बावनबीघा मोहल्ले के 20 वर्षीय मनीष सिंह ने। डिजिटल युग में मार्केटिंग कंपनी खोलकर बिहार से लेकर देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। दो साल में जेड मार्केटिंग कंपनी खोलकर एक लाख से डेढ़ करोड़ रुपये का टर्न ओवर कर लिया है। मनीष के फेसबुक व इंस्टाग्राम पर डिजिटल मार्केटिंग तकनीक के तरीके से प्रभावित कलाकार व अन्य कंपनियों के लगातार ऑफर आ रहे हैं। उसकी कंपनी के बढ़ते क्रेज व फॉलोवर की संख्या को देखते हुए गुगल ने वर्ल्ड के सबसे कम उम्र वाले डिजिटल उद्यमियों की सूची में शुमार किया है। उसकी कंपनी वाले पेज पर ब्लू मार्क दिया है।
उसने डीएवी से दसवीं की पढ़ाई की। हुनर को विकसित करने में माता-पिता ने भी मदद की। पिता एक पेट्रोल पंप पर काम करते हैं। वे मूल रूप से पूर्वी चंपारण चकिया के पूरनछपरा के रहने वाले हैं। दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक से बीटेक की पढ़ाई कर रहा मनीष इन दिनों वेब पोर्टलों पर मार्केटिंग गुरु बना हुआ है। उसने बताया कि उसे कनाडा, अमेरिका व इंग्लैंड जैसे देशों के कई कलाकारों ने अपनी मार्केटिंग करने का ऑफर दिया है। यह ऑफर उसे कनाडा के पॉप गायक ड्रेंक की मार्केटिंग में मिली सफलता के बाद मिला है। उसने एक बड़ी म्यूजिक कंपनी के साथ टाइअप किया है। अमेरिका के कई उभरते गायक व वाद्ययंत्रों के कलाकारों ने ऑफर दिये हैं। अभी वह दिल्ली में बीटेक करने के साथ चार घंटे डिजिटल मार्केटिंग कंपनी के लिए काम करता है। बिहार सरकार से उसे प्राइवेट लिमिटेड का रजिस्ट्रेशन मिल चुका है। उसका प्रधान कार्यालय मुजफ्फरपुर है। उसने मुजफ्फरपुर के ही आठ युवाओं को अपनी कंपनी में नौकरी दे रखी है।
मुजफ्फरपुर में डिजिटल यूनिवर्सिटी खोलने की योजना
मनीष ने अपनी भविष्य की योजना के बारे में बताया कि वह मुजफ्फरपुर में डिजिटल यूनिवर्सिटी खोलने में लगा है। इसके लिए उसके आवेदन को विदेश मंत्रालय ने स्वीकार किया है। उसके प्रोफाइल की मंत्रालय जांच कर रहा है। उसने बताया कि डिजिटल तकनीक की यूनिवर्सिटी खोलने में विदेशों की तकनीकी संस्थाओं को शामिल करना होता है। इसलिए विदेश मंत्रालय से अनुमति लेना आवश्यक है।
Input : Hindustan