बुधवार को वैशाली की सांसद वीणा देवी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख कर 1857 के प्रथम स्वतंत्रता विद्रोह में कालापानी की सजा पाकर शहीद हुए 28 शहीदों के बड़कागांव स्थित स्मारक स्थल पर हर साल 18 सितंबर को सरकारी आयोजन कर उनका शहादत दिवस मनाने को लेकर कैबिनेट से प्रस्ताव को मंजूरी देने को लेकर पत्र लिखा है।
पत्र में सांसद के द्वारा बिहार राज्य अभिलेखागार द्वारा प्रकाशित किताब गदर इन तिरहुत और बिहार राज्य जनगणना द्वारा जारी ई- पत्रिका जनगणना स्वर की कॉपी संलग्न कर भेजा गया है।
पुरे पत्र के आलोक में सांसद वीणा देवी ने बताया की हमारे वैशाली लोकसभा के बड़कागांव से 18 सहित पूरे तिरहुत के 28 शहीदों को अंग्रेजी हुकूमत के सरकार ने कालापनी की सजा देकर अंडमान निकोबार भेज दिया जहा से वह लोग कभी लौट ना सकें और उनकी कुल संपत्ति जप्त कर ली गई। हम माननीय मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख कर 18 सितंबर को सरकारी स्तर से शहादत दिवस मनाने को लेकर कैबिनेट से स्वीकृति प्रदान करने को प्रस्ताव भेजी हूं।