प्रमुख शक्तिपीठों में से एक कामाख्या मंदिर का बहुत जल्द कायाकल्प होने वाला है। इसे यूपी के ‘काशी विश्वनाथ कॉरिडोर’ और मध्य प्रदेश के ‘महाकाल कॉरिडोर’ की तर्ज पर बनाया जाएगा।
জয় মা কামাখ্যা |
Sharing a glimpse of how the renovated Maa Kamakhya corridor will look like in the near future . #NewIndia pic.twitter.com/XP0swh2i3l
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 18, 2023
महाकाल से लेकर मां कामाख्या तक – देश भर में ऐसी सभी परियोजनाएं जो आपके नेतृत्व में हो रही हैं, भारत की संस्कृति और समृद्धि, दोनों को एक नयी ऊंचाई पर ले जायेंगी। https://t.co/UTtepWOoJH
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 19, 2023
बता दें कि गुवाहाटी में अत्याधुनिक ‘मां कामाख्या कॉरिडोर’ की रूपरेखा राज्य सरकार ने तैयार कर ली है। जल्द ही असम सरकार ‘मां कामाख्या कॉरिडोर’ पर कार्य करना शुरू कर देगी। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एनीमेटेड वीडियो शेयर कर लोगों का कामाख्या मंदिर के भविष्य की एक झलक पेश की है।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कल यानी मंगलवार को ट्वीट कर एक वीडियो साझा किया है। सीएम ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा-निकट भविष्य में पुनर्निर्मित ‘मां कामाख्या कॉरिडोर’ कैसा दिखेगा, इसकी एक झलक साझा कर रहा हूं। इसकी रूपरेखा उत्तर प्रदेश के ‘काशी विश्वनाथ कॉरिडोर’ और मध्य प्रदेश के ‘महाकाल कॉरिडोर’ की तर्ज पर तैयार की गई है।
गौरतलब है कि कामाख्या इच्छा की देवी हैं। इनका प्रसिद्ध मंदिर गुवाहाटी के पश्चिमी भाग में स्थित नीलाचल पर्वत के मध्य में स्थित है। बता दें कि गुवाहाटी पूर्वोत्तर भारत में असम की राजधानी है। ऐसी मान्यता है कि मां कामाख्या मंदिर धरती पर मौजूद 51 शक्तिपीठों में सबसे पवित्र और सबसे प्राचीन है।