बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई है। लेकिन सत्र के शुरू होने से पहले ही हंगामा शुरू हो गया। राज्य की कानून व्यवस्था के लिए बीजेपी के विधायकों ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल ने हमास पर जेडीयू और आरजेडी से अपना स्टैंड साफ करने की मांग की। तो वहीं दूसरी तरफ भाकपा माले के विधायक पोस्टर लेकर फिलीस्तीन के सपोर्ट में उतर आए। और इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की।
पोस्टरों में लिखा था, फिलीस्तीन की आजादी जिंदाबाद, फिलीस्तीनियों का नरसंहार बंद करो। गाजा में युद्ध बंद करो। केंद्र सरकार की विदेश नीति पर तंज करते हुए पोस्टर पर लिखा भारत की विदेश नीति को इजरायल-अमेरिका धुरी के समक्ष गिरवी रखना बंद करो। इस दौरान भाकपा माले के विधायक महबूब आलम ने इस मामले पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का पुराना बयान याद दिला दिया
महबूब आलम ने कहा हम परंपरागत रूप से फिलीस्तीन की जनता की आजादी के साथ हैं। इससे पहले भी जब बीजेपी की सरकार थी, अटल बिहारी बाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे। उन्होने भी तब ये बयान दिया था कि फिलीस्तीन की कब्जाई हुई जमीन को इजरायल को छोड़ना पड़ेगा। और अगर इजरायल ऐसा नहीं करता है तो फिलीस्तीन की जनता को जंग का ऐलान करने का हक है।
इससे पहले भी भाकपा माले फिलीस्तीन के पक्ष में प्रदर्शन करती आई है। CPI (ML) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने इजरायल और फिलिस्तीन युद्ध के लिए अमेरिका को दोषी बताया। उन्होंने कहा कि इस हमले में बेकसूर लोग मारे जा रहे हैं, लिहाजा मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि वह युद्ध को रोकने के लिए पहल करें। भट्टाचार्ज ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने यूएन में शांति प्रस्ताव का साथ नहीं दिया, बल्कि इजरायल का साथ दिया।
Source : Hindustan