सूबे में एमआईटी को पहला स्थान मिला है। छह इंजीनियरिंग कॉलेज को पीछे छोड़ मुजफ्फरपुर के इस कॉलेज ने यह स्थान पाया है। एकेडमिक से लेकर संसाधन समेत अन्य कसौटी पर बेहतर स्कोर और ग्रेड एमआईटी को मिला है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सूबे के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज की शैक्षणिक स्थिति को जानने को तीन महीने पहले एकेडमिक ऑडिट कराया था। विभाग ने सात बिन्दुओं पर ऑडिट कराया था। एमआईटी में लगातार कोशिश और शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार को उठाए गए कदम का असर इस ऑडिट में बेहतर परिणाम के रूप में आया। ऑडिट में एमआईटी को अधिकांश बिन्दुओं पर ग्रेड वन मिला है। ट्रेनिंग, रिसर्च एक्यूपमेंट, लाइब्रेरी, कम्प्यूटर आदि के लिए मिले फंड के उपयोग में संस्थान को वन ग्रेड मिला है। इसके साथ ही शिक्षण व्यवस्था, लर्निंग और रिसर्च में 1.17 ग्रेड मिला है। एआईसीटीई को लागू कराने की दिशा में संस्थान को वन ग्रेड मिला है। टोटल स्कोर एमआईटी को 1.12 मिला है।

बाकी इंजीनियरिंग कॉलेज से इस तरह है बेहतर स्कोर

मंत्रालय ने एमआईटी समेत सात इंजीनियरिंग कॉलेज के एकेडमिक ऑडिट के आधार पर कुल स्कोर की रिपोर्ट जारी कर दी है। इसमें एमआईटी को कुल स्कोर 1.12 मिले हैं। वहीं भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज को 1.22 स्कोर मिला है। गया को 1.37 कुल स्कोर मिला है वहीं, दरभंगा को 1.29 स्कोर मिला है। नालंदा को भी 1.29 कुल स्कोर मिला है। एमसीई मोतिहारी को 1.39 स्कोर मिला है, जबकि छपरा को 1.33 रैंक मिला है। इस रैंकिंग में 1 अंक टॉपर का मानक है।

शिक्षकों-कर्मचारियों और छात्रों की मेहनत का परिणाम है यह स्कोर। बेहतर स्कोर लाने के बाद इसे बनाए रखने और इसमें और सुधार करने को हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। इस दिशा में लगातार काम किया जाएगा। -डा.जेएन झा, प्राचार्य एमआईटी

Input : Hindustan

 

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