बिहार में मॉडल अस्पताल का निर्माण हो रहा है। अभी 21 जिले में अस्पताल का निर्माण चल रहा है। चरणवार तरीके से इन अस्पतालों का निर्माण कार्य पूरा होगा। विभाग ने अगले साल तक 20 जिले के मॉडल अस्पतालों का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य तय किया है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार मॉडल अस्पतालों का निर्माण बीएमएसआईसीएल (बिहार मेडिकल सर्विस इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड) के माध्यम से हो रहा है। सहरसा और आरा में मॉडल अस्पताल बनकर तैयार हो गए हैं। इन दोनों अस्पतालों का पिछले दिनों उद्घाटन हो चुका है। बाकी 19 जिले में मॉडल अस्पताल का काम तेजी से चल रहा है। विभाग की कोशिश है कि अगले दो-तीन महीने में मोतिहारी, अररिया, मधुबनी, सीतामढ़ी, बांका, बेगूसराय व वैशाली का मॉडल अस्पताल बना लिया जाए। एक को छोड़ बाकी सभी 20 मॉडल अस्पताल को अगले साल 2024 में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
30 से 40 करोड़ का खर्च एक मॉडल अस्पताल को बनाने में 30 से 40 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। कुछ में यह खर्च 30-35 करोड़ के बीच है। मॉडल अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त उपचार की सुविधा मिलेगी। मॉडल अस्पताल चार मंजिला भवन है। इसके ग्राउंड फ्लोर पर इमरजेंसी वार्ड को स्थानांतरित किया जाएगा।, जहांउच्चस्तरीय आधुनिक सेवाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस वार्ड में प्रवेश करते ही मरीजों की आरंभिक जांच की जाएगी। बीमारी के स्तर को देखते हुए मरीजों को इमरजेंसी वार्ड के येलो, ग्रीन या रेड रूम में शिफ्ट किया जाएगा। वहीं, फर्स्ट फ्लोर पर सर्जिकल वार्ड एवं मेडिकल वार्ड तथा सेकंड फ्लोर पर आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर को रखा जा रहा है। पूरी तरह से वातानुकुलित इन भवनों में सभी बेडों पर ऑक्सीजन प्लांट से पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
ओपीडी की अलग व्यवस्था
मॉडल अस्पताल में मरीजों के लिए कम से कम 300 बेड लगाए जाएंगे, जिसमें सर्वाधिक बेड मेडिकल और सर्जरी वार्ड में उपलब्ध होंगे। अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट, एक्स-रे, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, ब्लड सैंपल कलेक्शन, ईसीजी आदि की सुविधा रहेगी। मॉडल अस्पताल में ओपीडी की अलग व्यवस्था रहेगी। ओपीडी में मरीजों के लिए प्रतीक्षालय, फिजियोथेरेपी, हाइड्रोथेरेपी, फार्मेसी, चार कंसल्टेंट कक्ष, प्रतिरक्षा कक्ष, जांच घर, सामाजिक सेवा कक्ष, जनरल वार्ड उपलब्ध रहेंगे। नए भवन में अस्पताल शुरू होने से उपचार कराने वाले मरीजों को सुविधा होगी। अधिक भागदौड़ किए बिना लोग अपना उपचार करा सकेंगे।
Source : Hindustan