सदर अस्पताल में पायलट प्रोजेक्ट के तहत आधुनिक लैब बनेगी। इसका निर्माण सदर अस्पताल परिसर स्थित मातृ-शिशु हॉस्पिटल में होगा। इसके लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। इसके अलावा सभी पीएचसी और सीएचसी में भी लैब बनेगी। इस लैब में सभी तरह की जांच की जाएगी। अगले महीने से लैब का निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। इसे बनाने में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन सहयोग करेगी।
अमेरिका के बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद इसकी जानकारी सिविल सर्जन ने दी। टीम ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की। टीम में सारा रीड, जिल रे, एमी स्क्लेफर, ट्रेसी मैकनिल, अनिता सिंह, अरिंदम राय, डॉ. श्रीधर और सौरभ तिवारी शामिल हैं। टीम का नेतृत्व संतोष मैथ्यू ने किया। टीम दोपहर दो बजे सदर अस्पताल के मातृ-शिशु सदन पहुंची। सबसे पहले टीम ने महिला काउंसिलिंग केंद्र का जायजा लिया। उन्हें बताया गया कि किस तरह केंद्र पर महिलाओं की समस्याओं का समाधान किया जाता है। इसके बाद टीम एमसीएच के ट्रायज रूम में गई जहां गर्भवती महिलाओं के इलाज की प्रक्रिया को जाना। टीम के सदस्यों ने पूछा कि क्या रोज चादर बदली जाती है। टीम ने ट्रायज रूम की नर्स से भी बात की। इसके बाद टीम लेबर रूम गई और वहां के इलाज के बारे में जाना। टीम के नेतृत्वकर्ता संतोष मैथ्यू ने बताया कि वे सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कार्यक्रमों को देखने और सीखने आए हैं। सीएस डॉ. यूसी शर्मा और डीपीएम रेहान अशरफ ने टीम के सदस्यों को एमसीएच के बारे में बताया। लेबर रूम के बाद टीम ने शिशु वार्ड, मलेरिया कार्यालय, लैब और एसएनसीयू का भी जायजा लिया।
Source : Hindustan